भोपाल। भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों में एक अहंकार होता है और यदि वो कलेक्टर हो तो उसका अहंकार कई बार सांतवे आसमान तक पहुंच जाता है परंतु अभिषेक सिंह आईएएस (ABHISHEK SINGH IAS) के एक प्रसंग में यह मिथक टूटता है। चुनावी तनाव के बीच उन्होंने एक घायल की ना केवल मदद की बल्कि सरकारी ऐंबुलेंस का इंतजार किए बिना, अपनी कार से घायल को अस्पताल भिजवाया।
अभिषेक सिंह आईएएस मध्यप्रदेश के सीधी जिले के कलेक्टर हैं। घटना जमोड़ी बाईपास के पास हुई थी। ऑटो और बस की टक्कर के बाद एक व्यक्ति घायल हो गया था। उसी वक्त कलेक्टर अभिषेक सिंह रास्ते से गुजर रहे थे। सड़क पर भीड़ देख वो रुके और जानकारी एकत्रित की। जब उन्हे पता चला कि एक व्यक्ति घायल है और तो ऐंबुलेंस का इंतजार किए बिना उन्होंने अपनी कार से उसे अस्पताल भिजवाया।
कई घायल 108 के इंतजार में मर जाते हैं
मध्यप्रदेश में इन दिनों सरकारी ऐंबुलेंस पर निर्भरता इस कदर बढ़ गई है कि कई बार गंभीर रूप से बीमार या घायल व्यक्ति के परिजन किसी अन्य साधन से उसे अस्पताल ले जाने के बजाए ऐंबुलेंस का इंतजार करते रहते हैं। उपचार में देरी की वजह से कभी कभी पीड़ित की मौत भी हो जाती है। अखबारों में आए दिन खबर दिखती है 'ऐंबुलेंस देर से आई, पीड़ित की मौत।'