धार। शहर के पांच किलोमीटर दूर भूतिया गांव में एक पिता अपनी डेढ़ साल की बेटी को फांसी लटकाने के बाद खुद भी फांसी के फंदे पर झूल गया। दोनों की मौत हो गई। युवक की पत्नी करीब चार माह से मायके गई थी। युवक कई बार लेने गया, लेकिन उसे मारपीट कर भगा दिया जाता था। युवक ने रात 9 बजे बेटी को सुलाया और फिर 10 बजे खुद ही सो गया। सुबह बाप-बेटी के शव फंदे पर लटके मिले।
पाड़ल्या पंचायत के भूतिया गांव में शुक्रवार को कुलदीप राठौर ने अपनी डेढ़ साल की बेटी के साथ फांसी लगा ली। कुलदीप ने रस्सी के दो फंदे बनाए और सो रही बेटी को उठाकर फांसी लगा दी। इसके बाद खुद भी फांसी पर झूल गया। कुलदीप की बहन भारती ने बताया कि सुबह साढ़े पांच बजे उठे तो भाई ने दरवाजा नहीं खोला। चौखट से झांककर देखा तो कुलदीप के पैर लटके हुए दिखाई दिए। परिवार के अन्य सदस्यों को बताया और खिड़की खोलकर अंदर देखा तो कुलदीप और माही फांसी पर लटके थे।
पिता मुकेश राठौर और मां रमतूबाई का आरोप है कि चार माह से पत्नी मायके नहीं आ रही थी। कह रही थी कि अब मुझे नौकरी वाला आदमी चाहिए। परिवार वालों के आरोप है कि कुलदीप लेने जाता तो उसके साथ ससुराल वाले मारपीट भी करते थे। दो दिन पहले भी कुलदीप लेने गया था लेकिन पत्नी नहीं आई।
सूचना पर एफएसएल अधिकारी पिंकी मेहरड़े मौके पर पहुंची थी। कोतवाली के एएसआई समीर पाटीदार ने बताया कि सूचना पर मौके पहुंचे थे। सुसाइड नोट मिला है। युवक की पत्नी कुछ माह से मायके में थी। मर्ग कायम कर जाच की जा रही है। पाटीदार ने बताया कि लड़की के पिता कुलदीप के खिलाफ भी प्रकरण दर्ज किया गया है।