भोपाल। पूजा पाठ अगरबत्ती के कारोबारी एवं कांग्रेस नेता गोविंद गोयल अपने रसूख का पूरा फायदा उठाते हुए प्रदेश कांग्रेस कमेटी में अक्सर अपनी विशेष जगह बना ही लेते हैं परंतु इस बार टिकट की दौड़ में वो लगातार दूसरी बार ठोकर खा बैठे। 2018 में उन्होंने गोविंदपुरा सीट से तैयारी की थी परंतु टिकट नहीं मिला। फिर भोपाल सीट से लोकसभा टिकट की तैयारी कर रहे थे लेकिन इस बार भी टिकट नहीं मिला। अब गोविंद गोयल सोशल मीडिया पर अपनी भड़ास निकाल रहे हैं।
मैं तथ्यपूर्वक बोलता हूं, कोई जवाब मांगेगा, तो दूंगा
गोविंद गोयल का कहना है कि मैं खुद को भोपाल लोकसभा सीट से दावेदार नहीं मानता था, लेकिन भोपाल की जनता यह सोचती थी कि मैं एक उपयुक्त उम्मीदवार हूं। जहां तक मेरी जानकारी है और मेरी समझ है कि लोगों का प्यार मुझे मिला है। उसके बाद पार्टी हाईकमान ने जो फैसला किया, उसमें मैं कुछ नहीं कर सकता। सोशल मीडिया पर नाराजगी जाहिर करने के सवाल पर उनका कहना है कि मेरी किसी बात को लेकर नाराजगी नहीं है। कई बातें ऐसी हैं, जो मैं तथ्यपूर्वक बोलता हूं। अगर मुझसे कोई जवाब मांगेगा, तो मैं जवाब दूंगा। बाकी मैंने किसी व्यक्ति, किसी संस्था और किसी समाज के प्रति कभी कोई कमेंट नहीं किया है, जो किसी को अनुचित लगे।
नाराजगी होगी भी तो अब क्या कर सकते हैं
पार्टी से नाराजगी के सवाल पर और दिग्विजय सिंह के पक्ष में प्रचार की बात पर गोविंद गोयल कहते हैं कि उनकी कोई नाराजगी नहीं है। उन्होंने कहा कि नाराजगी होगी भी, तो वे अब क्या कर सकते हैं, इसलिए हंसते रहो और आगे बढ़ते रहो। बता दें कि गोविंद गोयल दिग्विजय सिंह के करीबी माने जाते हैं। बता दें कि उन्होंने विधानसभा चुनाव में गोविंदपुरा विधानसभा सीट से दावेदारी भी थी, लेकिन टिकट नहीं मिलने से वे नाराज बताए जा रहे थे। माना जा रहा था कि भोपाल से दिग्विजय सिंह को टिकट मिलने के बाद उनकी नाराजगी दूर हो जाएगी, लेकिन वे अभी भी पार्टी से नाराज हैं, क्योंकि उनकी मंशा खुद लोकसभा चुनाव लड़ने की थी।