भोपाल। लोकसभा प्रत्याशी दिग्विजय सिंह ने आज HAL का मुद्दा उठाया है। हिन्दुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड, भारत का एक सार्वजनिक प्रतिष्ठान है, जो हवाई संयन्त्र निर्माण करता है। इसका मुख्यालय बंगलुरु में है।
दिग्विजय सिंह ने बताया कि HAL न केवल सामरिक सुरक्षा की रीढ़ रही है, मुनाफ़े में भी रही है। इतना मुनाफ़ा कि ख़ुद मोदी सरकार को 11,024 करोड़ कैश दिया और 4,631 करोड़ का डिवीडेंड भी दिया। और आज? आज HAL को पहली बार सैलरी के लिए 781 करोड़ का क़र्ज़ लेना पड़ा है! यदि यही है विकास तो बर्बादी किसे कहते हैं ?
उन्होंने कहा कि बीते पांच सालों में मोदी जी ने कुछ ‘मित्रों’ के लिए आर्थिक नीतियां बनाईं। इसका दुष्परिणाम व्यापारी, युवा, किसान ही नहीं सरकारी कर्मचारी और सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम भी भोग रहे हैं। जो कभी देश की नवरत्न कंपनियां थीं, वे आज बर्बाद हो रही हैं। देश का आर्थिक ढाँचा नष्ट किया जा रहा है।