इंदौर। यहां जातिवादी विवाद सामने आया है। शुभम परमार नाम के युवक ने शिकायत दर्ज कराई है कि वो अपनी बारात लेकर जा रहा था। राम मंदिर में दर्शन करने पहुंच तो पट बंद कर दिए गए। बताया गया है कि यह घटना रात 9:30 बजे की है। आरोपियों का बचाव करने वालों का कहना है कि मंदिर के पट निर्धारित समय पर ही बंद हुए। बारात देरी से आई। दूल्हे ने दलित होने का फायदा उठाया और पट बंद हो जाने के बाद फिर से मंदिर खुलवाकर दर्शन किए। दूल्हे ने पुलिस पर भी जातिवाद का आरोप लगाया है।
क्या है घटनाक्रम
शिकायतकर्ता, पुलिस एवं आरोपी के पक्ष समर्थकों के अनुसार घटना रात करीब 9.30 बजे टोड़ी गांव की है। बीकॉम के छात्र शुभम (21) पिता मुकेश परमार की बरात निकल रही थी। बरात हनुमान मंदिर के पास से राम मंदिर पहुंची तो पट बंद मिले। शिकायतकर्ताओं का आरोप है कि उन्हे देखकर पट बंद किए गए ताकि वो दर्शन ना कर पाएं। इसी बात पर हंगामा शुरू हो गया। हंगामे के बीच मोहल्ले में रहने वाला राहुल पिता कमल पंवार और दिलीप पिता विक्रम पंवार तलवार लेकर आ गए। दूल्हा शुभम का आरोप है कि आरोपितों ने दर्शन करने से रोका और कहा कि घर के सामने से बरात नहीं निकलेगी। विवाद के बीच पुलिस को भी सूचित किया गया।
पुलिस ने कहा: 2 परिवारों का पुराना विवाद है, मंदिर का मामला नहीं है
पुलिस ने मंदिर के पट खुलवाए और दूल्हे को दर्शन कराए गए। आरोपित दिलीप और राहुल पर आरोप लगाए गए हैं कि उन्होंने दूल्हा शुभम की बहन के साथ धक्कामुक्की की और जातिसूचक शब्दों से अपमानित किया। शिकायतकर्ता परिवार का आरोप है कि चौकी प्रभारी को घटना बताई तो पहले उन्होंने आरोपितों को बुलाया। आरोपितों ने उनके सामने ही धमकाया। घटना के बाद गांव में पुलिस तैनात करनी पड़ी। टीआई मोहन जाट के मुताबिक दोनों पक्षों में पुराना विवाद था। मंदिर में दर्शन करने की बात पर झगड़ा नहीं हुआ था। शिकायतकर्ता पक्ष मामले को तूल दे रहा है। पुलिस ने दो युवकों के खिलाफ मारपीट व एससी-एसटी एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया है।