भोपाल। शादियों में शराब के लिए कन्यादान योजना के तहत अनुदान राशि की बढ़ोत्तरी वाला बयान देने वाले कमलनाथ सरकार के ताकतवर मंत्री जीतू पटवारी अब फंस गए हैं। भाजपा ने उन पर पीएम नरेंद्र मोदी एवं राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के चरित्र पर लांछन लगाने का आरोप लगाया है। चुनाव आयोग के अलावा एडीजी से भी शिकायत की गई है। आपराधिक प्रकरण दर्ज करने की मांग की जा रही है।
बुधवार को इंदौर में कांग्रेस के चुनाव कार्यालय के शुभारंभ के मौके पर दिए भाषण में मंत्री जीतू पटवारी ने बॉलीवुड स्टार अक्षय कुमार को दिए पीएम मोदी के इंटरव्यू का जिक्र करते हुए कहा था कि अक्षय कुमार ने पीएम मोदी से आनंदीबेन पटेल की बारे में क्यों नहीं पूछा। इसके बाद मंच से उतरते हुए उन्हें गलती स्वीकारते हुए सफाई भी दी थी कि वो यशोदाबेन बोलना चाह रहे थे लेकिन उनके मुंह से आनंदीबेन पटेल निकल गया।
इसी को लेकर बीजेपी ने एडीजी वरूण कपूर से शिकायत करते हुए जीतू पटवारी पर एफआईआऱ दर्ज करने की मांग की है। बीजेपी ने जीतू के भाषण की सीडी भी एडीजी को सौंपी है साथ ही चुनाव आयोग को भी शिकायत भेज दी है। बीजेपी का कहना है कि राज्यपाल आनंदीबेन पटेल पर टिप्पणी महामहिम की गरिमा पर आघात करने वाली और पीएम के चरित्र पर लांछन लगाने वाली है।
वहीं एडीजी वरूण कपूर ने कहा कि उन्हें शिकायत मिली है इसमें तथ्यों की जांच कराकर वो अपनी रिपोर्ट चुनाव आयोग को भेजेंगे। मंत्री जीतू पटवारी ने भले ही अपनी गलती मान ली थी लेकिन बीजेपी इस मामले को लेकर गंभीर दिखाई दे रही है। यही कारण है कि मामले को चुनाव आयोग तक ले गई है।