पुंछ। नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर युद्ध जैसे हालात बन गए हैं। राजौरी से पुंछ तक पाकिस्तानी सेना की सोमवार को दिनभर जारी रही गोलाबारी का देर शाम भारतीय सेना ने मुंहतोड़ जवाब दिया। पुंछ सेक्टर में भारतीय सेना ने जोरदार जवाबी कार्रवाई करते हुए पाक की आठ चौकियों को तबाह कर दिया और 07 पाक सैनिकों को मार गिराया। इस कार्रवाई में भारत के एक सैनिक की मौत हो गई जबकि एक मासूम बच्ची सहित 2 सामान्य नागरिकों की मौतें हुईं हैं। आसपास के सभी स्कूल बंद करवा दिए गए हैं।
भारत का एक जवान शहीद, बच्ची समेत दो की मौत, स्कूल बंद
सीमा पार नुकसान काफी हुआ है। वहां एंबुलेंस आ-जा रही हैं। रात 10 बजे राजौरी के नौशहरा के लाम सेक्टर में भी पाक सेना ने गोलाबारी तेज कर दी है। इससे पहले पाकिस्तानी गोलाबारी में सीमा सुरक्षा बल का एक इंस्पेक्टर शहीद हो गया। जबकि एक महिला सहित पांच वर्षीय बच्ची की मौत हो गई। पांच जवानों समेत 22 लोग घायल हुए हैं। हालात तनावपूर्ण होते देख नियंत्रण रेखा से पांच किलोमीटर के दायरे में स्कूल बंद कर दिए गए हैं।
बॉर्डर पर युद्ध जैसी गोली बारी
सोमवार सुबह करीब पौने आठ बजे पुंछ सेक्टर और इसके बाद शाहपुर, किरनी, मेंढर, बांदी चेचिया, मंधार, कृष्णा घाटी, मनकोट, बालाकोट व मेंढर सेक्टर में सीमा पार से भारी गोलाबारी शुरू हो गई जो पूरे दिन जारी रही। गोलाबारी में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के इंस्पेक्टर एलिस्क लाल मीनल शहीद हो गए। जबकि बांडी चेचियान गांव में मुहम्मद शफीक की पांच वर्षीय बेटी सोफिया, महिला सज्जाद बी पत्नी मोहम्मद याकूब निवासी बलनोई पुंछ की मौत हो गई। 18 लोग घायल हो गए। छह घायलों को उपचार के लिए राजकीय मेडिकल कॉलेज जम्मू रेफर किया गया। चार घायलों का वायु सेना के चॉपर से जम्मू और दो घायल एंबुलेंस से जम्मू भेजे। शाहपुर किरनी, मच्छल सेक्टर, कृष्णा घाटी और पुंछ सेक्टर के अलावा राजौरी के नौशहरा में लाम सेक्टर में भी रात को पाक ने गोलाबारी की।
पंजाब सीमा पर चार पाकिस्तानी एफ-16 विमानों को वायु सेना ने खदेड़ा
भारतीय वायु सेना ने सीमा पर एक बार फिर पाकिस्तान की बड़ी साजिश को नाकाम कर दिया है। पाकिस्तान ने तड़के तीन बजे पंजाब सीमा पर टोह लेने के लिए एफ-16 लड़ाकू विमानों का एक बेड़ा भेजा था। बेड़े में चार लड़ाकू विमान थे, लेकिन सतर्क भारतीय वायु सेना की टीम ने सुखोई और मिराज की मदद से पाकिस्तान के एफ-16 को खदेड़ दिया। पाकिस्तानी एफ-16 विमान पंजाब में खेमकरण सीमा के करीब आ गए थे।
बताया जा रहा है कि पाकिस्तानी लड़ाकू विमान सर्विलांस ड्रोन के साथ उड़ान भर रहे थे। दुश्मन विमानों का मकसद संवेदनशील इलाकों में भारतीय सेना की तैनाती का पता लगाना था। वायु सेना इस पूरे मामले की जांच कर रही है। पिछले महीने राजस्थान के गंगानगर में भारतीय सेना ने पाकिस्तान के एक ड्रोन को मार गिराया था। पिछले महीने ही भारत-पाक सीमा के बीकानेर सेक्टर में भी टोह लेने की कोशिश करते पाकिस्तान के एक ड्रोन को भारतीय वायु सेना ने हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल से ध्वस्त कर दिया था। दरअसल बालाकोट में भारत के एयर स्ट्राइक के बाद से पाकिस्तान बौखलाया हुआ है। वह जब-तब उकसाने की कार्रवाई कर रहा है।
पाक ने मानी भारत के खिलाफ एफ-16 के इस्तेमाल की बात
बार-बार इन्कार करते रहे पाकिस्तान ने पहली बार माना है कि 27 फरवरी को उसने भारत के खिलाफ एफ-16 लड़ाकू विमानों का इस्तेमाल किया था। भारत लगातार दावा करता रहा है कि 27 फरवरी को पाकिस्तान के एफ-16 विमानों ने भारतीय सीमा में घुसने की कोशिश की थी। इस दौरान भारतीय वायु सेना ने एक एफ-16 विमान को मार गिराया था। पाकिस्तान इस बात से इन्कार करता रहा है। सोमवार को भी उसने तब मार गिराए गए एफ-16 को भारत का दूसरा विमान बताया है।
पाकिस्तान के सैन्य प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर ने कहा, 'जहां तक पाकिस्तानी वायु सेना द्वारा नियंत्रण रेखा के पार कार्रवाई की बात है, यह जेएफ-17 विमानों द्वारा पाकिस्तान की वायु सीमा में किया गया। बाद में दो विमान नियंत्रण रेखा पार कर पाकिस्तान में आए, जिन्हें मार गिराया गया।
दोनों भारतीय विमानों को एफ-16 से या जेएफ-17 से गिराया गया, इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता। अगर एफ-16 का भी इस्तेमाल हुआ, तो पाकिस्तान ने आत्मरक्षा में ऐसा किया। पाकिस्तान अपनी रक्षा के लिए कुछ भी कर सकता है।' हालांकि उन्होंने भारत के उस दावे को नहीं माना है कि उसके एफ-16 को भारतीय वायु सेना ने मार गिराया था।