NEW DELHI: यदि आप टैक्स बचाने (Tax saving) के बजाए ज्यादा मुनाफा कमाने (Earn more profits) में यकीन करते हैं और फिलहाल म्यूचुअल फंड ( mutual funds) में पैसा निवेश (Investing money) करने वाले हैं या फिर बैंक एफडी (BANK FD) में बचत करने जा रहे हैं तो थोड़ा रुकिए और इस पोस्ट को ध्यान पूर्वक पढ़ने के बाद निर्णय लीजिए:
मात्र 8 माह में 10 प्रतिशत मुनाफा कमाने का चांस
कमोडिटी मामलों के जानकारों का कहना है कि यह सोने में निवेश (Investing in gold) करने का शानदार मौका है। घरेलू और इंटरनेशनल दोनों ही स्तर पर ऐसे ही संकेत मिल रहे हैं कि आने वाले दिनों में सोना निवेश के लिए सेफ हैवन बन जाएगा। सर्राफा बाजार में 20 फरवरी के बाद से अब तक सोना का भाव करीब 2000 रुपये तक सस्ता हो चुका है। सोने का भाव 34975 से घटकर 32900 रुपये के भाव पर आ गया है। ऐसे में घरेलू बाजार में दिवाली तक सोने का भाव 3000 रुपये से ज्यादा बढ़कर 36 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम हो सकता है। यानी अभी निवेश करें तो 7 से 8 महीने में आपको अपने निवेश पर करीब 10 प्रतिशत का मुनाफा हो सकता है।
कई कारण है जिसके चलते गोल्ड महंगा होता जाएगा / There are many reasons that will make gold expensive
केडिया कमोडिटी के डायरेक्टर अजय केडिया (Director Ajay Kedia) का कहना है कि अमेरिका में संभावित मंदी गोल्ड (Potential Recession Gold in the US) में निवेश का शानदार मौका लेकर आई है। इसके अलावा भी कई इश्यू मसलन जियो पॉलिटिकल टेंशन, सेंट्रल बैंक द्वारा फिजिकल बॉइंग, इनु्लेशन, माइनिंग इश्यू, एलनीनो, ग्लोबल मार्केट में लिक्विडिटी की कमी और वोलेटिलिटी हैं, जो सोने को सेफ हैवन बना रही हैं। उनका कहना है कि दिवाली तक सोना 36 हजार रुपये का भाव छूता दिख रहा है।
एंजेल ब्रोकिंग के डिप्टी वाइस प्रेसिडेंट रिसर्च, कमोडिटी एंड करंसी अनुज गुप्ता का कहना है कि अमेरिका में 10 साल की ट्रेजरी की यील्ड 3 महीने के इस्ट्रूमेंट की यील्ड से कम हो गई हैं। यह एक बड़ा कारण है कि सोना आकर्षक निवेश का विकल्प बन गया है। असल में यूएस डॉलर और सोने की चाल एक दूसरे के अपोजिट होती है। ग्लोबल ग्रोथ में सुस्ती से भी सोने की मांग बढ़ी है। दिवाली तक सोना 2000 से 2500 रुपये तक महंगा हो सकता है।
आगे Gold में तेजी आने के पीछे कारण
#जियो पॉलिटिकल टेंशन
#यूएस में मंदी का डर
#मंदी के संभावित डर से महंगाई बढ़ने की आशंका
#ग्लोबल बाजारों में सुस्त रिटर्न
#सेंट्रल बैंक द्वारा फिजिकल बॉइंग
#भारत में फेस्टिव डिमांड
#एल नीनो से गर्मी बढ़ने का डर, जिससे माइनिंग प्रभावित होगी
#ETF जैसे निवेश की मांग बढ़ना