भोपाल। मध्यप्रदेश में उच्च शिक्षा विभाग ने फर्जी प्राइवेट कॉलेजों की पड़ताल शुरू कर दी है। सभी कॉलेजों ने उनके दस्तावेज मांगे गए हैं एवं अपनी संबद्धता प्रमाणित करने को कहा गया है। सभी दस्तावेजों का सत्यापन कराया जाएगा। इसका कारण आगामी सत्र 2019-20 की प्रवेश प्रक्रिया में ऐसे कॉलेजों को शामिल होने से रोकना है, जो असत्य जानकारी देकर एडमिशन करते आ रहे हैं। ऐसे कॉलेजों की वजह से हर साल रिजल्ट प्रभावित होता है।
निजी कॉलेजों को एक माह पूर्व सभी जरूरी दस्तावेज उच्च शिक्षा विभाग काे भेजने के निर्देश दिए गए थे लेकिन 72 प्रतिशत निजी कॉलेज ही अपनी जानकारी दे पाए। बाकी कॉलेजों ने किसी न किसी तरह कोई बहाना बनाकर खुद को इस कार्रवाई से दूर कर लिया। अब अधिकारियों ने अंतिम विकल्प के तौर पर 30 अप्रैल तक का समय दिया है। इस दौरान अगर वे अपने दस्तावेज जमा नहीं कराते हैं तो उन्हें ऑनलाइन एडमिशन प्रक्रिया में शामिल नहीं किया जाएगा। यानी एक तरह से वे ऑनलाइन प्रवेश प्रक्रिया से स्वत: ही बाहर हो जाएंगे।
जो निजी कॉलेज अपने दस्तावेजों का प्रमाणीकरण नहीं कराएंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए हमने कॉलेज प्राचार्यों को 30 अप्रैल तक का समय दिया है। यह काम हमें दाखिला प्रक्रिया शुरू होने से पहले करना है। इसके बाद कॉलेजों को अतिरिक्त समय नहीं दिया जाएगा।
राघवेन्द्र सिंह, आयुक्त, उच्च शिक्षा