भोपाल। सीएम कमलनाथ के नजदीकियों के यहां आयकर विभाग की छापामार कार्रवाई को लेकर सियासत तेज हो गई है। निजी सचिव राजेंद्र कुमार मिगलानी, भांजे रतुल पुरी, पूर्व ओएसडी प्रवीण कक्कड़, अश्विनी शर्मा, प्रदीप जोशी सहित कुछ कंपनियों पर आयकर की छापामार कार्रवाई के बाद सीएम कमलनाथ ने कहा कि ये सबकुछ नरेंद्र मोदी सरकार के इशारे पर हो रहा है। वित्तमंत्री अरुण जेटली ने कहा कि हमारा इस कार्रवाई से कोई लेना देना नहीं है।
पुलिस किसके निर्देश पर गई थी, जवाब देना होगा: शिवराज सिंह
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि मध्यप्रदेश तो शांति का टापू हो। संविधान को ध्वस्त करने के लिए उसको सर्कस का अखाड़ा बना दिया गया है। कमलनाथ जी यदि गलत नहीं हैं तो डर किस बात का। दूसरा सवाल यह भी है कि इस समय आचार संहिता लगी है। किसके निर्देश पर पुलिस गई। पुलिस अफसरों को जवाब देना पड़ेगा। सीएस को भी जवाब देना पड़ेगा। जो खेल खेला जा रहा है, अच्छा नहीं है। भ्रष्टाचारियों को बचाने का प्रयास हम सफल नहीं होने देंगे।
हिम्मत है तो शिवराज के यहां छापा डालें: दिग्विजय सिंह
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी बदले की भावना से विपक्षी दलों को बदनाम करने के लिए इस तरह की कार्रवाई पूरे देश में कर रही है। मध्यप्रदेश में भी ऐसा ही किया गया है। मैं पूछता हूं कि जब पर्याप्त आधार है जो आयकर विभाग अमित शाह और शिवराज सिंह के यहां छापामार कार्रवाई क्यों नहीं करता।