भोपाल। एक्स सीएम शिवराज सिंह का पिट्ठू कलेक्टर वाला बयान देश भर की सुर्खियों में हैं। शिवराज सिंह ने कलेक्टर को धमकी दी है कि जब हमारी सरकार होगी तब तेरा क्या होगा। भाजपा ने यह जताने की कोशिश की है कि कुछ कलेक्टर कमलनाथ सरकार के लिए पद का दुरुपयोग कर रहे हैं और भाजपा को चुनाव प्रचार करने से रोक रहे है। हमने जानने की कोशिश की आखिर मामला क्या है।
नियम विरुद्ध अनुमति मांग रहे थे शिवराज सिंह
छिंदवाड़ा कलेक्टर श्रीनिवास शर्मा जिन्हे शिवराज सिंह ने 'पिट्ठू कलेक्टर' कहा है ने भोपाल समाचार को बताया कि उड्डयन विभाग के नियमानुसार किसी भी हेलीकॉप्टर को सुबह 7 बजे से शाम 5 बजे तक ही अनुमति दी जाती है। शिवराज सिंह चाहते थे कि उन्हे शाम 6 बजे से 6:30 बजे के बीच उमरेठ परासिया में लैंडिंग की अनुमति दी जाए। नियमानुसार से उनके लिए खतरनाक था। उनकी जान का जोखिम था। बस इसलिए उन्हे अनुमति नहीं दी गई। इससे पहले तक की सभी अनुमतियां दीं गईं थीं।
शिवराज सिंह ने चुनाव आयोग से कलेक्टर की शिकायत की
शिवराज सिंह चौहान ने भाजपा के आला नेताओं की मौजूदगी में चुनाव आयोग से छिंदवाड़ा कलेक्टर श्रीनिवास शर्मा की शिकायत की। इस संबंध में उन्होंने चुनाव आयोग को एक ज्ञापन सौंपकर छिंदवाड़ा कलेक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। शिकायत करने से पहले शिवराज सिंह चौहान ने मीडिया के सामने अपनी नाराज़गी जताई। उन्होंने सीधे-सीधे जिला निर्वाचन अधिकारी पर पक्षपात का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि, "छिंदवाड़ा में मेरा रोड शो था। लेकिन कलेक्टर चाहते थे कि मेरी सभा अस्त-व्यस्त हो जाए। मेरा रोड शो पूरा नहीं हो पाए। मैंने जैसे-तैसे रोड शो पूरा किया लेकिन मैं जनता से नहीं मिल सका, न ही उनसे संवाद कर सका। हमारी सभाओं को, चुनाव प्रचार को जिला निर्वाचन अधिकारी ने अस्त-व्यस्त करा दिया। दीदी के बाद दादा भी यहां रोकेंगे, ये मैंने नहीं सोचा था।" इस मामले में मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय जल्द ही छिंदवाड़ा कलेक्टर से जवाब तलब करेगा।