जबलपुर। मध्यप्रदेश के उमरिया जिले की ताला नामक पुलिस चौकी में एक बैगा आदिवासी की संदिग्ध मौत का मामला सामने आया है। पुलिस उसे बिना वारंट के घर से उठा लाई थी और फिर उसका शव अस्पताल में मिला। परिजनों ने पुलिस पर हत्या का आरोप लगाया है। एसपी सचिन शर्मा ने पुलिस चौकी प्रभारी लता मेश्राम को सस्पेंड कर दिया है। बता दें कि आदिवासियों में 'बैगा' एक संरक्षित जनजाति है। इन्हे जिंदा रखने के लिए सरकार करोड़ों रुपए खर्च कर रही है।
परिजनों का कहना है कि युवक स्वामीदीन बैगा को पूछताछ के लिए ताला चौकी पुलिस उठाकर ले गई। इसके बाद थाने में पुलिस ने युवक की पिटाई की। पति के बचाव में थाने पहुंची पत्नी को पुलिस ने थाने से भगा दिया। परिजनों ने आरोप लगाया कि मृतक को किस अपराध में पुलिस ने पकड़ा और चौकी ले गई। इसकी भी जानकारी हमें नहीं दी गई।
शाम को पता चला कि स्वामीदीन बैगा का शव अस्पताल में है। पुलिस ने उसका शव यहां पहुंचाया है। परिजनों का आरोप है कि चौकी में मौजूद पुलिस कर्मचारियों ने पीट पीटकर उसकी हत्या कर दी है। मृतक स्वामीदीन बैगा ताला गांव का रहने वाला था। घटना के सामने आते ही एसपी सचिन शर्मा ने तत्काल मामले को संज्ञान लिया। उन्होंने पुलिस चौकी प्रभारी लता मेश्राम को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।