भोपाल। कमलनाथ सरकार में ऊर्जामंत्री प्रियव्रत सिंह और खेल एवं उच्च शिक्षामंत्री जीतू पटवारी के बिजली की अघोषित कटौती की मिल रही शिकायतों का ठीकरा भाजपा सरकार पर फोड़ा है। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस पर पलटवार किया है। उन्होंने ट्वीटर के जरिए कहा है, "उनका कहना है कमलनाथ से सरकार चल नहीं रही और दोष भाजपा को देते हैं। उनसे स्थिति संभल नहीं रही है, तो सरकार छोड़कर बाहर क्यों नहीं आ जाते?"
असल में, दो दिन पहले मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ऊर्जा मंत्री और मुख्य सचिव के साथ मीटिंग की थी। इसमें भी बिजली कटौती का मुद्दा था। इसमें मुख्यमंत्री ने कहा था कि हमारी सरकार में बिजली की कटौती की इतनी शिकायतें क्यों मिल रही हैं। इसमें कोई साजिश या षड़यंत्र तो नहीं है। साथ ही बिजली की सप्लाई को निर्बाध रूप से बनाए रखने के निर्देश दिए थे।
बदनाम कर रहे भाजपा के लोग
ऊर्जा मंत्री प्रियव्रत सिंह ने बुधवार को राजगढ़ में कहा था कि प्रदेश में मेंटेनेंस के दौरान बिजली सप्लाई बंद रहती है लेकिन भाजपा के लोग अघोषित कटौती के नाम पर हमें बदनाम कर रहे है। उन्होंने कहा कि हम प्रदेश में मांग से डेढ़ गुना ज्यादा बिजली उत्पादन कर रहे हैं। ऐसे में कटौती का सवाल ही नहीं उठता है। किसी भी कीमत पर हम लोगों को असुविधा नहीं होने दे रहे हैं। कुछ लोग सरकार को बदनाम करने बहाने तलाश रहे हैं।