नई दिल्ली। राहुल गांधी की नागरिकता (CITIZENSHIP OF RAHUL GANDHI) के मामले में भाजपा भले ही सारे देश में जोर-जोर से चीख रही हो परंतु असल में यह मुद्दा उसका नहीं है। यह तो अमेठी लोकसभा सीट से राहुल गांधी के खिलाफ चुनाव लड़ रहे निर्दलीय प्रत्याशी ध्रुव लाल का है। उन्होंने राहुल गांधी की नागरिकता को चुनौती दी है और प्रमाण पेश किए हैं कि वो ब्रिटिश नागरिक हैं। भाजपा ने इस मुद्दे को लपक लिया और इस तरह पेश किया जैसे यह उनका अनुसंधान है।
राहुल गांधी की नागरिकता का विवाद क्या है | WHAT IS RAHUL GANDHI CITIZENSHIP DISPUTE
लोकसभा चुनाव में अमेठी, वायनाड से प्रत्याशी और कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष राहुल गांधी की नागरिकता पर प्रश्न खड़ा हो गया है। अमेठी से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे ध्रुव लाल के वकील रवि प्रकाश ने रिटर्निंग ऑफिसर से शिकायत की है कि राहुल गांधी ने ब्रिटिश नागरिकता ली थी और इसलिए उनका नामांकन रद्द किया जाए। उन्होंने ब्रिटेन में रजिस्टर्ड एक कंपनी के कागजातों के आधार पर यह दावा किया है।
ब्रिटिश दस्तावेजों में क्या दर्ज है | HOW TO PROVE RAHUL GANDHI IS A BRITISH RAHUL CITIZEN
सबसे चौंकाने वाली बात है राहुल गांधी की नागरिकता को लेकर है कि वह भारत के नागरिक हैं या नहीं। क्या किसी समय वह ब्रिटिश नागरिक बने या नहीं? 2004 के चुनाव शपथपत्र में उन्होंने कहा कि बैकऑफ्स लिमिटेड नाम की कंपनी में निवेश किया था। 2005 के इस कंपनी के एनुअल रिर्टन में इस कंपनी के कागजात में राहुल गांधी की नागरिकता को ब्रिटिश बताया गया है। क्या राहुल गांधी उस समय ब्रिटेन के नागरिक थे? यह कानून का उल्लंघन है। यदि कोई भारतीय दूसरे देश की नागरिकता ग्रहण करता है तो उसकी भारतीय नागरिकता खुद समाप्त हो जाती है। नागरिकता समाप्त हो जाने के बाद आप भारत में चुनाव नहीं लड़ सकते हैं।'