नई दिल्ली। PEARL AGROTECH CORPORATION LIMITED में निवेश करके फंस गए 5.85 करोड़ निवेशकों के लिए कांग्रेस की ओर से राहत भरा वादा किया गया है। कांग्रेस ने कहा है कि यदि उनकी पार्टी सत्ता में आती है तो महज 6 महीने के अंदर उन सभी लोगों के पैसे का भुगतान करवाएंगे जिनका पैसा PACL में फंसा हुआ है।
पार्टी ने बताया कि वह इस संगठित धोखाधड़ी के बारे में बहुत गंभीर विचार कर रहे है। कांग्रेस ने एक बयान में कहा कि यदि उनकी पार्टी सत्ता में आती है तो छह महीने के भीतर, पर्ल एग्रोटेक लिमीटेड (PACL) मामले से प्रभावित 5.85 करोड़ परिवारों बयाज सहित भुगताान किया जाएगा। जैसा की 2 फरवरी, 2016 को उच्चतम न्यायालय ने अपने फैसले में कहा था। इस तरह के घोटालों पर अंकुश लगाने के लिए पार्टी कड़े कानून भी पारित करेगी।
बयान के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने नई दिल्ली में चिट-फंड प्रभावित समूहों के प्रतिनिधियों से मुलाकात भी की। पार्टी ने कहा कि उसने राजस्थान और छत्तीसगढ़ में उसकी सरकार बनने के बाद ‘ऑल इन्वेस्टर सेफ्टी आर्गनाइजेशन’ के सदस्यों के साथ काम आरंभ कर दिया है और इन राज्यों में ‘पीएसीएल सहायता केंद्र’ भी खोले गए हैं।
कांग्रेस ने सभी निवेशक सुरक्षा संगठन को भी आश्वस्त किया कि वह इस मुद्दे को जमीनी स्तर पर उठाने के लिए और संसद में पीएसीएल और अन्य चिट फंड पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए मिलकर काम करेगी। पीएसीएल को पर्ल ग्रुप के रूप में भी जाना जाता है, जिसने कृषि और रियल एस्टेट व्यवसायों के नाम पर जनता से पैसा इक्ट्ठ था, सेबी ने पाया था कि इन फंडों को अवैध सामूहिक निवेश योजनाओं के माध्यम से 18 साल से अधिक के लिए एकत्र किया गया था।