NEW DELHI: यदि आप अपने पीपीएफ अकाउंट (PPF account) से 3.6 लाख रुपए एक्स्ट्रा कमाना (Extra earning) चाहते हैं तो इसे ध्यान से पढ़ें। ज्यादातर लोग इस तरफ ध्यान ही नहीं देते। वो अपने पीपीएफ अकाउंट में सारा खर्चा पूरा हो जाने के बाद लास्ट डेट में अपना हिस्सा जमा कराते हैं परंतु यही सबसे बड़ी गलती करते हैं।
पत्रकार प्रीति मोतियानी (Journalist Preeti Motiani) ने एक ट्रिक (Trick) बताई है। वो बतातीं हैं कि अगर पीपीएफ का इन्स्टालमेंट (Instalment PPF) देना है, तो आपको हर इन्स्टालमेंट हर महीने की पांच तारीख को ही जमा कर देना चाहिए। इस तरह, अगर आप 15 साल के लिए हर साल 1.5 लाख रुपये पांच तारीख से पहले जमा करते हैं, तो आपको पांच तारीख के बाद जमा करने वालों की अपेक्षा 3.6 लाख रुपये का अतिरिक्त रिटर्न (Extra returns) मिलता है। इसका कारण यह है कि पीपीएफ के नियमों (The rules of PPF) के मुताबिक, पीपीएफ डिपॉजिट पर इंट्रेस्ट (Interest on PPF Deposit) का कैलकुलेशन हर महीने की पांच तारीख और महीने की अंतिम तारीख के बीच न्यूनतम जमा पर किया जाता है।
इसलिए, अगर आप अपने पीपीएफ अकाउंट में एकमुश्त रकम के निवेश की योजना बना रहे हैं, तो फाइनैंशल प्लानर्स (Financial Planners) आपको अपनी जमा रकम पर सर्वाधिक इंट्रेस्ट पाने के लिए इस काम को पांच अप्रैल से पहले कर लेने की सलाह देते हैं। अगर आप पीपीएफ में मासिक आधार पर निवेश करते हैं, तो भी आपको हर महीने की पांच तारीख से पहले अपने खाते में रकम जमा करा देनी चाहिए।
उदाहण से समझें
इसे इस तरह आसानी से समझा जा सकता है। माना, आप अपने पीपीएफ अकाउंट में 5 अप्रैल से पहले 1.5 लाख रुपये की एकमुश्त रकम जमा करते हैं। 29 मार्च, 2019 को जारी सरकारी अधिसूचना के मुताबिक, अप्रैल से जून 2019 की तिमाही में पीपीएफ पर आठ फीसदी की सालाना ब्याज दर निर्धारित की गई है। अप्रैल महीने के लिए इंट्रेस्ट का कैलकुलेशन पांच अप्रैल तथा 30 अप्रैल के बीच खाते में जमा न्यूनतम रकम के आधार पर किया जाएगा। इस तरह, अगर आपने 5 अप्रैल से पहले अपने पीपीएफ अकाउंट में 1.5 रुपये की रकम जमा की है और इस वर्ष और कोई जमा नहीं किया है, तो इंट्रेस्ट का कैलकुलेशन इस तरह होगा। (1,50,000*8%)/12=1,000 रुपये
हमने इसे 12 से भाग दिया है, क्योंकि इंट्रेस्ट का कैलकुलेशन मासिक आधार पर किया जाता है। इसलिए अप्रैल महीने में आपको आपके पीपीएफ अकाउंट पर 1,000 रुपये का इंट्रेस्ट मिलेगा। इतनी ही राशि का इंट्रेस्ट आपको मई तथा जून के महीने में भी मिलेगा, क्योंकि साल की एक तिमाही के लिए ब्याज दर समान रहती है।
वहीं दूसरी तरफ, अगर एकमुश्त रकम 5 अप्रैल के बाद जमा की जाती है, तो आपको अप्रैल महीने का ब्याज नहीं मिल पाएगा।
कंपाउंडिंग का है कमाल
यह अंतर आपको उतना ज्यादा नहीं लग सकता है, लेकिन याद रखें कि पीपीएफ अकाउंट में 15 साल का लॉकइन पीरियड होता है। लंबे समय तक कंपाउंडिंग के कारण आपको काफी अधिक राशि का नुकसान उठाना पड़ सकता है।
3.6 लाख रुपये अधिक आमदनी
मान लिया अगर पीपीएफ अकाउंट पर पूरे 15 साल के दौरान आठ फीसदी इंट्रेस्ट मिलता है। अगर कोई व्यक्ति वित्त वर्ष शुरू होने से पहले (5 अप्रैल से पहले) अपने पीपीएफ खाते में 1.5 लाख रुपये जमा करता है, तो वह उनसे 3.6 लाख रुपये अधिक कमाएगा, जो वित्त वर्ष के अंत में रकम जमा करते हैं।