भोपाल। भाजपा प्रत्याशी SADHVI PRAGYA SINGH THAKUR की अभिव्यक्ति पर आरएसएस की सेंसरशिप लागू हो गई है। अब RSS के 5 अधिकारी 24 घंटे साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर के साथ रहेंगे और वो ही साध्वी प्रज्ञा को निर्देशित करेंगे कि प्रज्ञा सिंह ठाकुर को क्या बयान देना है, क्या बयान नहीं देना। इतना ही नहीं RSS के अधिकारी यह भी तय करेंगे कि भाजपा प्रत्याशी प्रज्ञा सिंह ठाकुर किससे मिलेंगी और किससे नहीं। प्रज्ञा सिंह पर RSS की सेंसरशिप चुनाव परिणाम तक लागू रहेगी।
भाजपा में भी प्रज्ञा सिंह के बयानों पर नाराजगी
बता दें कि पिछले दिनों प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने जिस तरह से बयान दिए हैं, भारतीय जनता पार्टी के एक वर्ग में इसे लेकर नाराजगी है। उनका मानना है कि प्रज्ञा सिंह को उम्मीदवार बनाने के बाद नरेंद्र मोदी के लिए जो माहौल तैयार हुआ था, सारे परिश्रम पर पानी फिर गया। प्रज्ञा सिंह के बयानों ने पूरे देश में भाजपा को प्रभावित किया है। महाराष्ट्रीयन समाज जो पूरे देश में भाजपा का पक्का वोटर है, हेमंत करकरे मामले में प्रज्ञा सिंह के बयानों के कारण महाराष्ट्रीयन समाज भी नाराज है।
संघ द्वारा तय किए गए नए सेंसर बोर्ड में कौन-कौन
शनिवार रात से राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ ने प्रज्ञा भारती की टीम बदल दी है। पहले उनकी टीम में विश्व हिंदू परिषद से जुड़े कार्यकर्ता हमेशा उनके साथ रहते थे। नई टीम में तीन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता और दो भाजपा से जुड़े वरिष्ठ लोगों को रखा गया है। इसके अलावा भोपाल से वर्तमान सांसद आलोक संजर चुनाव प्रचार के दौरान हमेशा उनके साथ रहेंगे। आलोक संजर की अनुपस्थिति में ये जिम्मेदारी पूर्व मंत्री उमाशंकर गुप्ता संभालेंगे।