प्राची मिश्रा/सिहोरा। मध्यप्रदेश के जिला जबलपुर में सिहारा से करीब 30 किलोमीटर दूर स्थित महादेई माता का मंदिर को चमत्कारी मंदिर माना जाता है। वर्षों पहले जब भारत पर अंग्रेजों का शासन था, तब यहां सबसे पहला चमत्कार हुआ। मंदिर के पुजारी को सागौन की लकड़ी काटने के आरोप में जेल में बंद कर दिया गया था परंतु नवरात्र घट स्थापना के दिन जेल में कुछ ऐसा हुआ कि जेलर खुद पुजारी को लेकर मंदिर आया और द्वितीय तिथि को घट स्थापना हुई। नवरात्र समाप्त होते ही पुजारी ने प्राण त्याग दिए। यहां एक और चमत्कार यह बताया जाता है कि माता की प्रतिमा का आकार लगातार बढ़ रहा है। बुजुर्ग बताते हैं कि हमने इस प्रतिमा का आकार करीब 5 फीट देखा है परंतु फिलहाल यह करीब 20 फीट है।
सिहोरा से 25 किमी दूर सिलौंडी रोड में ग्राम पंचायत दशमन के महादेई माता का मंदिर स्थित है जिसकी ऐतिहासिक जानकारी मन्दिर की समिति के अध्यक्ष रमेश गर्ग एवं क्षेत्र के बुजुर्गों ने बताया कि करीब दो सौ वर्ष पहले अंग्रेजी हुकूमत के समय पर मन्दिर निर्माण के लिए माता के पंडा लल्लूराम ने सागौन की लकड़ी कटवा दी थी जिसके आरोप में पंडा को सिहोरा जेल में बंद रखा गया था। लेकिन चैत्र की नवरात्रि प्रारंभ होते ही घटस्थापना के दिन जेल में अचानक रात भर हलचल मची जिससे जेलर भी घबराकर पंडा को रिहा किया और माता के दरबार मे लेकर पहुंचा। जिसके बाद द्वितीया के दिन मन्दिर में चावल से जवारे बोए गए थे लेकिन माता ने पंडा को भाव आने के समय बोला था कि जिस दिन जवारे विसर्जित होंगे उस दिन माता पंडा को साथ लेकर जाएगी और नवमी के दिन जब जवारे विसर्जित हुए तो पंडा ने भी प्राण त्याग दिए जिसकी समाधि मन्दिर प्रांगण में ही बनी हुई है। आम तौर चावल से पौधा अंकुरित करना असंभव है लेकिन माता के चमत्कार से चावल से जवारे अंकुरित हुए थे।
लगातार बढ़ रहा है प्रतिमा का आकार
माता के चमत्कार का प्रत्यक्ष रूप आज भी यह है कि महादेई माता मंदिर में जो माता की मूर्ति स्थापित है वह शुरू में करीब 5 फ़ीट की थी, लेकिन कई वर्ष बीत जाने के बाद मूर्ति का आकार बढ़ते हुए करीब 20 फ़ीट हो गया है। इस मंदिर से सभी जानकर लोग बहुत ही आस्था रखते हैं और अपनी मनोकामना जैसे सन्तान प्राप्ति, धन, रोजगार, व्यवसाय की कामना करते हैं जिसे माता रानी पूरा करती है ऐसी आस्था सभी लोगो मे है।
महादेई माता मंदिर कैसे पहुंचे
महादेई माता मंदिर जाने के लिए सिहोरा से दशरमन (सिलौंडि) महादेई जाना होगा जो सिहोरा से करीब 30 किमी दूर है। यहां तक पहुंचने के लिए सड़क मार्ग ही उपयुक्त है जिससे इस स्थान पर आसानी से पहुंच सकते हैं यह स्थान कटनी जिले के ढीमरखेड़ा तहसील में स्थित है। यहां तक जाने के लिए सिहोरा जिला जबलपुर से यात्री बसें भी उपलब्ध हैं।
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