भोपाल। चुनाव क्या कुछ नहीं करवा देता। एक ही विचारधारा की 2 साध्वियां जो आज तक कभी एक दूसरे को देखकर प्रेमपूर्वक मुस्कुराईं तक नहीं आज एक दूसरे के गले मिलकर एकता का संदेश दे रही हैं। यह साध्वी मिलाप भोपाल में हुआ। साध्वी नंबर 1 थीं प्रज्ञा सिंह ठाकुर और साध्वी नंबर 2 उमा भारती। पूरी मीडिया को बुलाकर यह दिखाया गया कि दोनों साध्वियों के बीच अब सबकुछ ठीक है।
साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर प्रचार के लिए रवाना होने से पहले उमा भारती के आवास पर उनसे मिलने पहुंची थीं। इस दौरान उमा ने प्रज्ञा के पैर छुए। टीका करके खीर खिलाई। आश्वासन दिया कि वे साध्वी के लिए प्रचार करेंगी। उमा ने कहा- मैं उनका (प्रज्ञा) बहुत सम्मान करती हूं। मैंने उन पर हुए अत्याचार देखे हैं। इस मायने में वे पूजनीय हैं। मैं उनके लिए प्रचार करूंगी। वहीं, प्रज्ञा ने कहा- साधु-संन्यासी कभी एक-दूसरे से नाराज नहीं होते। मैं उनसे मिलने आई हूं और हम दोनों के बीच हमेशा से आत्मीय संबंध रहे हैं, बाकी बातें राजनीतिक प्रपंच के लिए बना ली जाती हैं।
साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर प्रचार के लिए रवाना होने से पहले उमा भारती के आवास पर उनसे मिलने पहुंची थीं। इस दौरान उमा ने प्रज्ञा के पैर छुए। टीका करके खीर खिलाई। आश्वासन दिया कि वे साध्वी के लिए प्रचार करेंगी। उमा ने कहा- मैं उनका (प्रज्ञा) बहुत सम्मान करती हूं। मैंने उन पर हुए अत्याचार देखे हैं। इस मायने में वे पूजनीय हैं। मैं उनके लिए प्रचार करूंगी। वहीं, प्रज्ञा ने कहा- साधु-संन्यासी कभी एक-दूसरे से नाराज नहीं होते। मैं उनसे मिलने आई हूं और हम दोनों के बीच हमेशा से आत्मीय संबंध रहे हैं, बाकी बातें राजनीतिक प्रपंच के लिए बना ली जाती हैं।
उमा भारती ने तंज कसा था
कटनी में पत्रकारों ने जब साध्वी उमा भारती से पूछा कि मध्यप्रदेश की राजनीति में क्या साध्वी प्रज्ञा सिंह, उनकी जगह लेने जा रहीं हैं तो उमा भारती ने जो जवाब दिया वो बहुत कुछ स्पष्ट कर रहा है। साध्वी उमा भारती ने कहा 'वो तो एक महान संत हैं, मेरी तो उनसे तुलना ही नहीं हो सकती, मैं तो बहुत ही साधारण, मूर्ख किस्म का प्राणी हूं।'
प्रज्ञा सिंह ने भी उसी भाषा में जवाब दिया था
भोपाल में मीडिया से बातचीत करते हुए साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने जवाब दिया कि उमा भारती जब भी मिलती हैं, वे मेरा बहुत सम्मान करती हैं। मैं उमा दीदी से कई बार कह चुकी हूं कि मेरा इतना सम्मान मत करो।