भोपाल। यदि किसी मशीन को कंट्रोल करने की बात चले तो लोग कहेंगे कि इंजीनियर्स के अलावा यह कोई नहीं कर सकता परंतु राजस्थान का एक गांव ऐसा है जहां के करीब 15 अनपढ़ बदमाश मात्र 10 सेकेंड में एटीएम हैक करके बैंक को चूना लगा देते हैं। भोपाल में इस गिरोह का एक सदस्य पकड़ा गया वो भी चुनाव के कारण चल रही होटल की तलाशी अभियान के कारण।
तलैया पुलिस ने शगुन होटल में चैकिंग के दौरान दो संदिग्धों की तलाशी ली। पकड़ा गया जालसाज भरतपुर, राजस्थान निवासी 32 वर्षीय साकिब खान है। उसका साथी खुर्शीद फोन पर बात करने के बहाने पुलिस को चकमा देकर भाग निकला। साकिब का बैग चैक करने पर अलग-अलग बैंकों के 21 एटीएम कार्ड और खुर्शीद का छूटा हुए बैग में 28 एटीएम कार्ड थे। 49 एटीएम कार्ड को लेकर पुलिस ने सख्ती से सवाल किए तो साकिब टूट गया। उसने कबूल किया कि खुर्शीद उसे 30 हजार का लालच देकर मददगार के रूप में गांव से लेकर आया था। खुर्शीद एटीएम में गड़बड़ी कर रकम निकाल लेता था और उसकी जिम्मेदारी सही वक्त पर मशीन का पावर ऑफ करने की होती थी।
किराए पर लिए थे 49 एटीएम कार्ड
साकिब ने खुलासा किया है कि उसके पास से मिले 49 एटीएम कार्ड किराए पर लिए गए हैं। नाते-रिश्तेदारों और परिचितों के एटीएम कार्ड के बदले खुर्शीद उन्हें दस-दस हजार रुपए किराया देता था। सभी एटीएम कार्ड के पासवर्ड उसने एक डायरी में लिख रखे थे, जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया है। दोनों बीती 01 मई को भरतपुर स्थित अपने गांव रायपुर से निकले थे। बेंगलुरू और कोलकाता में वारदातें करने के बाद दोनों 17 मई को ही भोपाल पहुंचे थे।
कैसे हैक करते थे एटीएम सर्वर
एसआई जीवन वारिया ने बताया कि पीएसआई भरत लाल, एएसआई रघुवीर सिंह राजपूत, हवलदार अशोक कैथल और आशीष श्रीवास आरोपी को लेकर एटीएम पर पहुंचे। यहां उससे पूरा सीन रीक्रिएट करवाया। पता चला कि साकिब पावर स्विच के पास खड़ा रहता था। खुर्शीद एटीएम में कार्ड स्वैप कर पासवर्ड एंटर करता था। रकम जैसे ही कैश स्लॉट में पहुंचती, तभी साकिब एटीएम का पावर ऑफ कर देता था। इससे एटीएम का प्रोसेस रुक जाता और बैंक के मेन सर्वर तक केवल संबंधित अकाउंट से रकम निकलने के प्रयास की जानकारी पहुंचती थी। इसके बाद खुर्शीद कैश स्लॉट में आई रकम रख लेता और कस्टमर केयर को कॉल कर एटीएम मशीन से रकम नहीं निकलने की सूचना देता था। इस पर बैंक संबंधित अकाउंट में दोबारा उतनी रकम डाल देती थी। इस गड़बड़ी का खुलासा उस वक्त होता था, जब बैंक अपने एटीएम का ऑडिट करवाती थी।
देश भर में वारदातें कर रहे हैं बदमाश
साकिब ने बताया कि उसके गांव के 10 से 15 सदस्य देशभर में ऐसी वारदातें कर रहे हैं। इस गिरोह ने अब तक अलग-अलग बैंकों को कुल कितने लाख की चपत लगाई है, इसका खुलासा जांच में संभव है। भोपाल में इस गैंग ने शगुन होटल के पास पीएनबी के एटीएम में 14 हजार जमा किए थे। इसमें से दस हजार नेट बैंकिंग के जरिए कसमीरा के बैंक अकाउंट में ट्रांसफर किए। फिर कसमीरा के एटीएम कार्ड से शगुन होटल के पास कॉर्पोरेशन बैंक के एटीएम से 10 हजार निकाले।