सागर। चौकीदार का बेटा आयुष्मान ताम्रकार अब मध्यप्रदेश का टॉपर है। उसने 10वीं बोर्ड के रिजल्ट में पूरे मध्यप्रदेश में नंबर 1 के पायदान पर कब्जा जमाया है। इसी पायदान पर उसका पार्टनर भी है। वो किसान का बेटा गगन दीक्षित है। दोनों ने 500 में से 499 अंक प्राप्त किए। मात्र 1 अंक से चूक गए।
पिता के बदले चौकीदारी करता था
गगन दीक्षित के पिता किसान हैं तो आयुष्मान के पिता चौकीदार हैं। ऐसे में दोनों ने कड़े संघर्ष के बाद इस मकाम को हासिल किया है। खासतौर पर आयुष्मान की कामयाबी, उनका संघर्ष, पढ़ाई के प्रति जुनून तो सबके लिए प्रेरणा है। दसवीं में टॉप करने वाले आय़ुष्मान ताम्रकार के लिए ये कामयाबी किसी सपने से कम नहीं है। घर की माली हालत ठीक नहीं होने की वजह से आय़ुष्मान कई बार पिता के बदले चौकीदारी करने जाता था। मां का भी काम में हाथ बंटाता था।
गर्मी की छुट्टियों में दुकान की नौकरी करके फीस जमा करता था
जहां दूसरे बच्चे लगातार पढ़ाई करते थे। वहीं आयुष्मान को पढ़ाई के लिए वक्त निकालना पड़ता था। ऐसा इसलिए क्योंकि कई बार पिता की गैरमौजूदगी में उसे चौकीदारी करने जाना पड़ता था। इतना ही नहीं जहां दूसरे बच्चे गर्मी की छुट्टियों में घूमने जाते थे। वहीं आयुष्मान इस दौरान किराने की दुकान में काम करके अपनी फीस का इंतजाम करता था। आयुष्मान की दो बहन और एक भाई है। दोनों बहनें डिग्री कॉलेज में पढ़ रही हैं।
पिता के पास फीस के लिए पैसे नहीं थे
मां भी आयुष्मान की कामयाबी पर खुश हैं। लेकिन इसके पीछे के संघर्ष को याद करना नहीं भूलतीं। मां ने बताया कि, पति वॉचमैन हैं। ऐसे में जरुरत पड़ने पर आयुष्मान उनके साथ चौकीदार करने जाता था। दिन में पढ़ने का वक्त नहीं मिलता तो रात में जागकर बहन के साथ पढ़ाई करता। अब यही उम्मीद है कि वो इंजीनियर बन जाए। माली हालत अच्छी नहीं होने की वजह से कई बार पिता ने पढ़ाने से इंकार कर दिया था। लेकिन स्कॉलरशिप के जरिए फीस का इंतजाम होने की वजह से पढ़ाई जारी रही।