नई दिल्ली। भारत में नौकरी की तलाश कर रहे 275 मिलियन यानि 27.5 करोड़ युवा बेरोजगारों की निजी जानकारी सार्वजनिक हो गई है। अब इन बरोजगारों के साथ कभी भी ठगी हो सकती है। इनकी निजी जानकारी का दुरुपयोग किया जा सकता है। यदि इन्होंने किसी जॉब साइट पर अपने डाक्यूमेंट भी अपलोड कर दिए थे तो इनके नाम पर फर्जी लोन भी निकाला जा सकता है। इनके नाम पर सिमकार्ड लेकर आतंकवादी गतिविधियों में उपयोग किया जा सकता है।
एक साइबर एक्सपर्ट ने अपनी रिपोर्ट में इसका खुलासा किया है कि MongoDB के डाटाबेस से डाटा लीक हुआ है। बताया जा रहा है कि MongoDB के डाटाबेस में 27.5 करोड़ लोगों की निजी विभिन्न जॉब पॉर्टल से निकाली गई है। इस डाटा में नौकरी की तलाश कर रहे युवाओं की रिज्यूम आईडी, सैलरी, प्रोफेशनल स्किल्स जैसी जानकारियां शामिल हैं। साथ ही जन्म तिथि, मोबाइल नंबर और जेंडर जैसी जानकारी भी लीक हो गई है।
बता दें कि MongoDB को ओपन सोर्स डाटाबेस मैनेजमेंट के लिए जाना जाता है और यहीं से डाटा लीक भी हुआ है। इसका खुलासा सिक्योरिटी रिसर्चर Bob Diachenko ने 1 मई को from Securitydiscovery.com पर की है। उन्होंने अपनी रिपोर्ट में बकायदा स्क्रीनशॉट भी अटैच किया है। बताया जा रहा है कि MongoDB के डाटाबेस से Unistellar group नाम के हैकर्स ग्रुप ने सर्वर को हैक किया है और एक मैसेज दिया है कि री-स्टोर करने के लिए संपर्क करें।
यह सब इसलिए हुआ है क्योंकि MongoDB का डाटाबेस सुरक्षित नहीं किया गया था। इसकी जानकारी मिलते ही Diachenko ने इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी टीम (CERT) को इस बारे में जानकारी दी लेकिन बावजूद इसके डाटाबेस 8 मई तक खुला रहा।
27.5 करोड़ भारतीयों का डाटा Shodan नाम के एक सर्च इंजन पर मौजूद था। बता दें कि Shodan एक सर्च इंजन है जिस पर आप बिना अकाउंट बनाए कुछ भी सर्च नहीं कर सकते। इस साइट पर पहली बार 23 अप्रैल 2019 को डाटा देखा गया था। इसका मतबल यह है कि इंटरनेट पर सार्वजनिक तौर पर 27.5 करोड़ भारतीयों का डाटा मौजूद था।