नई दिल्ली। भारत के इतिहास में यह पहली बार हुआ है जब निर्धारित समय से पहले ही चुनाव आयोग ने किसी राज्य में चुनाव प्रचार प्रतिबंधित कर दिया हो। चुनाव आयोग ने आजादी के बाद पहली बार धारा 324 का उपयोग किया है। पश्चिम बंगाल में चुनाव प्रचार प्रतिबंधित कर दिया गया है। अब सीधे मतदान होगा।
गृह विभाग के प्रमुख सचिव को हटाया
आयोग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए बंगाल के गृह विभाग के प्रमुख सचिव को वर्तमान प्रभार से हटा दिया है। सीआईडी एडीजी को अटैच किया है। गृह सचिव को भी हटा दिया गया है। चुनाव आयोग ने 9 संसदीय क्षेत्रों में चुनाव प्रचार पर रोक लगा दी है। इनमें दमदम, बारासात, बशीरहाट, जयानगर, मथुरापुर, जादवपुर, डायमंड हार्बर, दक्षिण और उत्तर कोलकाता शामिल है। चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल में हो रही चुनावी हिंसा के चलते यह कदम उठाया है।
पहली बार धारा 324 का उपयोग किया गया
यह पहला मौका है जब चुनाव आयोग ने धारा 324 का प्रयोग किया है। धारा 324 को चुनाव के दौरान कानून व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति और बढ़ती हिंसा को देखते हुए लगाने का प्रावधान है। कोलकाता में मंगलवार को भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के रोड शो के दौरान पथराव, आगजनी, लाठीचार्ज की घटना हुई है।
अमित शाह जिस वाहन पर सवार थे, उस पर डंडे फेंके गए और भाजपा समर्थकों पर पथराव किया गया। इस दौरान विद्यासागर कॉलेज में लगी ईश्वर चंद्र विद्यासागर की मूर्ति तोड़ दी गई। इसका आरोप भाजपा पर लगाया है, जबकि भाजपा ने इसके पीछे तृणमूल का हाथ बताया है।
हिंसा में दोनों पक्षों के कई लोग जख्मी हो गए। दरअसल, शाह के रोड शो को लेकर सुबह से ही खींचतान चल रही थी। पहले धर्मतल्ला में रोड शो के लिए लगाए गए पीएम मोदी व शाह के बैनर-होर्डिंग्स हटा दिए गए। इसे लेकर भी काफी हल्ला हुआ। इसके बाद शाम को शाह का रोड शो शुरू हुआ।