नई दिल्ली। राजस्थान के चूरू जिले के बीदासर में एक सनसनीखेज घटना सामने आई है। यहां भीड़भाड़ वाले राज्य मार्ग नंबर 20 पर एक महिला निर्वस्त्र हालत में पैदल चलती हुई नजर आई। लोगों ने उसे कपड़े देने की कोशिश की परंतु उसने नहीं लिए। वो रोते हुए आगे बढ़ती गई और थाने के पास एक मंदिर में जाकर बैठ गई। उसकी उम्र 28 साल है। उसने अपने ससुराल वालों पर मारपीट और निर्वस्त्र करने का आरोप लगाया है। उसका कहना है कि उसने फोन पर पुलिस से शिकायत की थी परंतु पुलिस नहीं आई। करीब 45 मिनट तक महिला भीड़ भरे इलाके में निर्वस्त्र हाल में पैदल चलती रही।
मारपीट में कपड़े फटे तो निर्वस्त्र ही थाने की तरफ चल दी
दरअसल, बीदासर के वार्ड 5 में रहने वाली महिला का रविवार सुबह 8.30 बजे ससुरालवालों के साथ झगड़ा हो गया। नौबत मारपीट तक पहुंच गई। महिला ने आरोप लगाया कि उसके कपड़े तक फाड़ दिए गए। इसके बाद उसने पुलिस से शिकायत की, लेकिन वह नहीं आई तो उसने पुलिस स्टेशन जाने का फैसला किया। रास्ते में पुरानी तहसील के पास परिवार वालों और लोगों ने कपड़े पहनाकर ऑटो में बैठाने का प्रयास किया, लेकिन उसने ना तो कपड़े पहने और ना ही ऑटो में बैठी। रोते-रोते थाने से 100 से 150 मीटर दूर स्थित सालासर मंदिर के पास पहुंची। थानाधिकारी और कांस्टेबल ने थाने से बैडशीट लाकर पीड़िता को दी। इसके बाद उसे थाने ले गए। महिला महाराष्ट्र के अकोला की रहने वाली है। एक साल पहले बीदासर में उसका विवाह हुआ था। पति छह माह से असम में है। वहीं, मजदूरी करता है। ससुराल में सास, जेठानी, जेठ, देवर उसे परेशान करते हैं। महिला का आरोप है कि पति के भेजे गए पैसे परिवार वाले छीन लेते हैं और मारपीट करते हैं।
एसपी ने कहा- ऐसा कुछ नहीं है, पारिवारिक मामला है
एसपी राजेंद्र कुमार से जब पूछा गया कि बीदासर पुलिस ने कार्रवाई क्यों नहीं की? आईजी को क्यों हस्तक्षेप करना पड़ा? उन्होंने कहा कि ऐसा कुछ नहीं है। ये पारिवारिक मामला है। पुलिस ने सूचना के बाद उसे कपड़ा पहुंचाया। एफआईआर दर्ज की। लोगों को गिरफ्तार किया है। महिला की रिपोर्ट पर पुलिस ने मामला दर्ज कर सास, जेठ-जेठानी और देवर को गिरफ्तार कर लिया। इधर, महिला का वीडियो बनाने पर उमाशंकर नाई को देर शाम पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।