भोपाल। मध्यप्रदेश में विधायकों की खरीद फरोख्त और सौदेबाजी शुरू हो गई है। सीएम कमलनाथ के आरोप लगाया है कि कांग्रेस के 10 विधायकों को लालच दिया गया एवं शर्त रखी गई कि वो कांग्रेस सरकार से अलग हो जाएं। कमलनाथ सरकार के कैबिनेट मंत्री प्रद्युम्न सिंह ने आरोप लगाया है कि विधायकों को 50 करोड़ रुपए का ऑफर दिया जा रहा है।
नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने सोमवार को गवर्नर को पत्र लिखा था। इसमें उन्होंने कमलनाथ सरकार से बहुमत साबित करने के लिए विधानसभा का सत्र बुलाने का आग्रह किया था। इसके बाद केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने बयान दिया कि कांग्रेस के कई विधायक उनके संपर्क में हैं। इस घटनाक्रम के बाद आज पहले मंत्री प्रद्युम्न सिंह और फिर सीएम कमलनाथ का बयान सामने आया है।
प्रदुम्न सिंह ने ये भी कहा कि व्यापम, ई-टेंडरिग सहित कई घोटालों में बीजेपी नेताओं के गले नपने वाले हैं, इससे डर कर बीजेपी अब सरकार गिराने की कोशिश कर रही है। बता दें कि इस संदर्भ में कैलाश विजयवर्गीय भी बयान दे चुके हैं। उनका कहना है कि जिस दिन बॉस का इशारा हो जाएगा मप्र की सरकार गिरा दी जाएगी।