भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल पहली बार इस तरह चुनावी भगवा के रंग में रंगने जा रही है कि लोग कंफ्यूज हो जाएंगे, भगवा के नाम पर वोट दें तो किसे दें। दिग्विजय सिंह (DIGVIJAY SINGH) ने नाम घोषित होते ही मैदान मारने के लिए भोपाल के विकास को मु्दा बनाया था परंतु भाजपा ने साध्वी प्रज्ञा सिंह (SADHVI PRAGYA SINGH THAKUR) को उतारकर चुनाव का मुद्दा ही बदल दिया। दिग्विजय सिंह ने भी भगवा दंगल में मुकाबले की तैयारी कर ली है।
RSS के 5000 बाहरी कार्यकर्ता भोपाल में
भोपाल लोकसभा चुनाव प्रचार की कमान आरएसएस ने संभाल ली है। संघ के पूर्व प्रचारक और भारत रक्षा मंच के राष्ट्रीय संयोजक सूर्यकांत केलकर को चुनाव की कमान सौंपी गई है। स्थानीय भाजपा कार्यकर्ता काम नहीं कर रहे तो भोपाल में भगवा की आंधी लाने का प्लान तैयार किया गया। साध्वी के समर्थन में विहिप देश भर से संतों को भेज रही है। एबीवीपी के कार्यकर्ता आ रहे हैं। आरएसएस के स्वयं सेवकों की ड्यूटी लगा दी गई है। बताया जा रहा है कि कुल 5000 बाहरी भगवाधारियों को बुलाया गया है।
दिग्विजय सिंह 7000 संतों का मेला लगाने की तैयारी में
दिग्विजय सिंह के समर्थन में शंकराचार्य से लेकर कम्प्यूटर बाबा तक बयान दे चुके हैं। अब भगवा की लड़ाई में दिग्विजय सिंह अपना भगवा ज्यादा सुर्ख दिलाने की प्लानिंग पर काम कर रहे हैं। प्रज्ञा सिंह के खिलाफ और दिग्विजय सिंह के समर्थन में 7000 संतों को भोपाल बुलाया गया है। वो यहां धूनी रमाएंगे, यज्ञ अनुष्ठान करेंगे। मिर्ची यज्ञ भी होगा।