ग्वालियर। आईटीएम यूनिवर्सिटी (ITM UNIVERSITY) मे स्किल्स पर ट्रेनिंग सेशन्स (SKILLS TRAINING ) में एक्सर्पट्स ने बताया कि आप जब भी इंटरव्यू देने जाएं तो एटीट्यूड, स्किल्स और नॉलेज’ पर फोकस करें। सवाल पूछे जाने पर आपका बिहेवियर सही होना चाहिए, किस तरह से आप जवाब दे रहे हैं ये बहुत मायने रखता है। इसके अलावा को करीकुलर या एक्सट्राकरीकुलर स्किल्स को अच्छे से प्रजेंट करें। साथ ही आपकी एकेडमिक नॉलेज भी इम्प्रेसिव होना चाहिए।
इन सबमें सबसे महत्वपूर्ण बात है, जब आपसे वो ’टेल मी, अबाउट योरसेल्फ’ पूछें तो आपका जवाब 60 सेकंड से ज्यादा नहीं होना चाहिए। कम समय में कांफिडेंस के साथ अपना बेस्ट बताएं, नेगेटिव प्वाइंट या वीकनेस बतानें से बचें। अगर आपकी वीकनेस पूछी भी जाए तो उसे इस तरह से घुमाकर बताएं कि अब आप उसे दूर कर चुके हैं।’
उन्होंने कहा कि कारपोरेट फील्ड में विजन के साथ क्लाइंट्स को इम्प्रैसिव तरीके से डील करने में बैलेंस करना आना चाहिए। फिश सेलर का वीडियो दिखाते हुए उन्होंने बताया कि अपने काम में इंवाल्व होकर एंज्वॉय करते हुए काम करें। इससे न आप परेशान होंगे और आपका काम भी आसान होगा।
ट्रेनिंग सेशन में आईटीएम यूनिवर्सिटी और आईटीएम ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स के एमबीए स्टूडेंट्स ने भाग लिया। इस मौके पर स्कूल ऑफ मैनेजमेंट की डीन डॉ वंदना भारती, आइटीएम जीओआई मैनेजमेंट डिपार्टमेंट की एचओडी डॉ प्रीति सिंह व अन्य मैनेजमेंट फैकल्टीज मेम्बर उपस्थित रहीं।
नॉन वर्बल कम्युनिकेशन का असर ज्यादा: जगत जीवनराम
एम्पलॉयबिलिटी स्किल्स एक्सपर्ट जगत जीवनराम ने इंटरेक्टिव सेशन के दौरान स्टूडेंट्स से कहा कि आप जब भी किसी से इंटरेक्शन करते हैं तो वर्बल से ज्यादा नॉन वर्बल कम्युनिकेशन मायने रखता है। इन दोनों में 70:30 प्रतिशत का अनुपात होता है। आप जो भी बोलते हैं उसका असर 30 प्रतिशत और जिस तरह से आप बोलते हैं, आपकी बॉडी लैंग्वेज, ड्रेसअप, बिहेव आदि का सामने वाले पर 70 प्रतिशत असर पड़ता है।