नई दिल्ली। दिल्ली में कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक शुरू हो गई है। राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस्तीफे की पेशकश की है। बता दें कि यह पहला लोकसभा चुनाव है जो राहुल गांधी के नेतृत्व में लड़ा गया और इसमें कांग्रेस को सबसे शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा जबकि इस बार कांग्रेस के खिलाफ कोई लहर या माहौल नहीं था।
राहुल 3 राज्यों की जीत भुनाने में नाकाम
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को लेकर भी तमाम नेता नाखुश हैं और उनका कहना है कि वह दिसंबर में ही तीन राज्यों में मिली जीत को भुनाने में नाकामयाब रहे हैं। नेताओं का कहना है कि राहुल गांधी ने गलत मुद्दों पर वक्त खराब किया। कुछ नेताओं का कहना है कि राहुल ने राफेल पर मोदी को घेरा तो पब्लिक की प्रतिक्रिया बहुत अच्छी नहीं मिल रही थी, लेकिन वह लगातार इसी पर लगे रहे। इसके अलावा यह भी माना जा रहा है कि बालाकोट और राष्ट्रीय सुरक्षा पर सवाल उठाना भी कांग्रेस को भारी पड़ गया।
कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक ऐसे वक्त में हो रही है, जब अंदरखाने इस बात की चर्चा जोरों पर है कि मोदी को केंद्रित कर तैयार की गई चुनावी रणनीति गलत थी और उसका नुकसान हुआ। कार्यसमिति में चर्चा के दौरान कांग्रेस की सत्ता वाले 5 राज्यों के मुख्यमंत्रियों से भी बात की जाएगी। इनमें पंजाब भी शामिल है, जहां सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह और मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के बीच खुलकर विवाद सामने आया है।
नेताओं की राय, मोदी पर ज्यादा हमले से हुआ नुकसान
पार्टी में भले ही अभी खुलकर कोई कुछ नहीं बोल रहा है, लेकिन अंदरखाने यह राय चल रही है कि मोदी के खिलाफ ज्यादा हमले करने का नुकसान हुआ। खासतौर पर 'चौकीदार चोर है' जैसे नकारात्मक प्रचार ने पार्टी को चोट पहुंचाई।