उज्जैन। अतिथि शिक्षक संगठन समिति जिला उज्जैन के पदाधिकारियों ने प्रभारी संयुक्त संचालक एवं जिला शिक्षा अधिकारी संजय गोयल से मिलकर उन्हें अपनी समस्याओं से अवगत कराया। संगठन के राजेश शर्मा, राहुल जायसवाल, गौरव सक्सेना, ब्रजेश दोहरे सहित अन्य पदाधिकारियों ने बताया अतिथि शिक्षकों को 12 माह का सेवाकाल और नियमितीकरण का वचन कांग्रेस ने अपने वचन पत्र में किया था। अतिथि शिक्षक मई में स्कूल जा रहे हैं लेकिन प्राचार्यों द्वारा उन्हें मौखिक रूप से कहा जा रहा है कि आप लोगों को 30 अप्रैल तक ही रखा गया था। अब सेवाएं खत्म की जाती है।
जबकि ऑनलाइन पोर्टल पर अतिथि शिक्षक अभी भी रजिस्टर्ड हैं। शासन की ओर से अतिथि शिक्षकों को सेवा मुक्त करने का कोई आदेश नहीं है। इसलिए अतिथि शिक्षकों की सेवाएं मई में भी जारी रखी जाए। पदाधिकारियों ने एक अतिथि शिक्षिका का उल्लेख करते हुए बताया दौलतगंज स्कूल की इन अतिथि शिक्षिका को ऑनलाइन पोर्टल से बाहर कर दिया गया है। उनका पिछले माह का मानदेय नहीं बन पाया। इसी तरह शासकीय स्कूल इंदिरानगर में भी पोर्टल पर अपडेट नहीं होने के कारण एक अतिथि शिक्षिका को मानदेय नहीं मिल सका। न्यायालय के आदेशानुसार किसी भी अतिथि शिक्षक को तीन कालखंड से कम मानदेय नहीं दिया जाना चाहिए। मार्च-अप्रैल का मानदेय भी कई स्कूलों में नहीं मिल पाया है।
अतिथि शिक्षकों की बार-बार ऑनलाइन पद्धति द्वारा च्वाइस फीलिंग करवाई जा रही है। अतिथि शिक्षक पहले से ही पढ़ा रहे हैं तो उन्हें प्राथमिकता दी जाना चाहिए और ऑनलाइन प्रणाली नहीं करवाई जाना चाहिए। अतिथि शिक्षकों ने अपनी समस्याओं एवं मांगों पर आधारित ज्ञापन देते हुए चेतावनी भी दी कि अगर पुराने अतिथि शिक्षकों को उनके पद से हटाकर नए अतिथि शिक्षक रखे जाते हैं आैर पुराने अतिथि शिक्षकों को वरीयता नहीं दी जाती है एवं उन्हें पद से हटाया जाता है तो अतिथि शिक्षकों द्वारा आचार संहिता समाप्त होने के बाद आंदोलन किया जाएगा।
अतिथि शिक्षकों ने की नियमितीकरण की मांग
इधर तिथि शिक्षक संगठन समिति ने जिला शिक्षा अधिकारी से अतिथि शिक्षकों की विभिन्न समस्याओं के निराकरण करने की मांग की है। साथ ही कांग्रेस सरकार के 12 माह सेवाकाल कर नियमितीकरण आदेश देने का वचन भी याद दिलाया। इस संबंध में डीईओ को दिए ज्ञापन में अन्य समस्याओं का भी उल्लेख किया गया।