भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में अब आदमखोर आवारा कुत्तों का आतंक शुरू हो गया है। 8-10 आवारा कुत्तों ने 6 साल के मासूम का सरेआम शिकार किया। मौके पर मासूम की मां और कई लोग मौजूद थे परंतु कुत्तों को किसी का भय नहीं था। उन्होंने मासूम पर हमला किया और उसे चीथ डाला, करीब 20 फीट तक मासूम ने कुत्तों से संघर्ष किया। बच्चे के शरीर पर एक भी हिस्सा ऐसा नहीं है जहां कुत्तों के जहरीले नाखूनों के कारण घाव ना बन गया हो।
घटना अवधपुरी क्षेत्र के शिव संगम नगर में हुई है। दिल दहला देने वाला ये वाकया सोडरपुर, सिलवानी के हरिनारायण जाटव के इकलौते बेटे संजू के साथ हुआ। शुक्रवार शाम छह बजे वे घर लौटे तो संजू नहीं दिखा। पत्नी सावित्री ने बताया कि 15-20 मिनट पहले ही खेलने निकला है। मां ने घर से निकलकर बेटे को आवाज लगाई। उन्हें संजू तो नहीं दिखाई दिया, लेकिन नाले के किनारे 8-10 आवारा कुत्तों का झुंड नजर आया। उनकी गुर्राहट के बीच संजू की चीख सुनाई दी। कुत्तों को भगाने की कोशिश की, जो उन पर भी लपक गए। वह चिल्लाते हुए वह घर की ओर दौड़ी ‘कोई मेरे बच्चे को बचा लो’। हरिनारायण समेत कॉलोनी के लोग भी घर से बाहर निकल आए। कुत्तों को पत्थर मारकर भगाने में ही करीब 10 मिनट लग गए। खून से लथपथ मासूम संजू दर्द से कराह रहा था। उसे पास के अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने संजू को मृत घोषित कर दिया।
100 डायल ने कहा यह हमारा मामला नहीं
घटना के बाद स्थानीय रहवासियाें ने 100 डायल पर काॅल किया। करीब 20 मिनट तक ताे फाेन ही रिसीव नहीं हुआ, जब फाेन उठा ताे जबाव मिला कि यह हमारे इमरजेंसी सर्विसेस में नहीं आता है, आप थाने फाेन कीजिए। युवकाें ने इंटरनेट से थाने का नंबर निकालकर सूचना दी। करीब डेढ़ घंटे बाद पुलिस माैके पर पहुंची। 7 बजे करीब परिजन संजू काे लेकर घर पहुंच गए थे। बावजूद इसके पुलिस रात करीब 10 बजे तक कागजी कार्रवाई में जुटी थी।
घटना अवधपुरी क्षेत्र के शिव संगम नगर में हुई है। दिल दहला देने वाला ये वाकया सोडरपुर, सिलवानी के हरिनारायण जाटव के इकलौते बेटे संजू के साथ हुआ। शुक्रवार शाम छह बजे वे घर लौटे तो संजू नहीं दिखा। पत्नी सावित्री ने बताया कि 15-20 मिनट पहले ही खेलने निकला है। मां ने घर से निकलकर बेटे को आवाज लगाई। उन्हें संजू तो नहीं दिखाई दिया, लेकिन नाले के किनारे 8-10 आवारा कुत्तों का झुंड नजर आया। उनकी गुर्राहट के बीच संजू की चीख सुनाई दी। कुत्तों को भगाने की कोशिश की, जो उन पर भी लपक गए। वह चिल्लाते हुए वह घर की ओर दौड़ी ‘कोई मेरे बच्चे को बचा लो’। हरिनारायण समेत कॉलोनी के लोग भी घर से बाहर निकल आए। कुत्तों को पत्थर मारकर भगाने में ही करीब 10 मिनट लग गए। खून से लथपथ मासूम संजू दर्द से कराह रहा था। उसे पास के अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने संजू को मृत घोषित कर दिया।
100 डायल ने कहा यह हमारा मामला नहीं
घटना के बाद स्थानीय रहवासियाें ने 100 डायल पर काॅल किया। करीब 20 मिनट तक ताे फाेन ही रिसीव नहीं हुआ, जब फाेन उठा ताे जबाव मिला कि यह हमारे इमरजेंसी सर्विसेस में नहीं आता है, आप थाने फाेन कीजिए। युवकाें ने इंटरनेट से थाने का नंबर निकालकर सूचना दी। करीब डेढ़ घंटे बाद पुलिस माैके पर पहुंची। 7 बजे करीब परिजन संजू काे लेकर घर पहुंच गए थे। बावजूद इसके पुलिस रात करीब 10 बजे तक कागजी कार्रवाई में जुटी थी।