भोपाल। लोकसभा चुनाव के अंतिम नतीजे शेष हैं परंतु भोपाल लोकसभा सीट की स्थिति लगभग साफ हो गई है। प्रज्ञा सिंह ठाकुर के निवास पर जश्न शुरू हो गया है। इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के घर पर भी ढोल बचाए जा रहे थे। इधर दिग्विजय सिंह के यहां सन्नाटा नजर आ रहा है। दोपहर 1:25 की स्थिति में दिग्विजय सिंह 121477 वोटों से पीछे चल रहे थे।
मतगणना शुरू होेने से पहले तक दिग्विजय सिंह पूरी तरह से आश्वस्त थे कि जीत उनकी ही होगी। उन्होंने इस संदर्भ में एक ट्वीट भी किया था। मंत्री पीसी शर्मा ने भी मतगणना के रुझान आने के बाद दावा किया था कि जीत दिग्विजय सिंह की ही होगी परंतु पहले रुझान से लेकर अब तक लगातार हर राउंड में अंतर बढ़ता जा रहा है। दिग्विजय सिंह के सामने अब आशा की कोई किरण नजर नहीं आ रही है।
चुनावी राजनीति में दिग्विजय सिंह एक्सपायर
इस नतीजे के साथ ही चुनावी राजनीति में दिग्विजय सिंह को एक्सपायर्ड नेता मान लेना चाहिए। मध्यप्रदेश की जनता अब दिग्विजय सिंह को किसी भी सूरत में स्वीकार करने को तैयार नहीं है। इस चुनाव में दिग्विजय सिंह ने सबकुछ किया था। धर्मयात्रा की, मंदिरों के चक्कर लगाए। कर्मचारियों से माफी मांगी। भोपाल को देश का सबसे अच्छा शहर बनाने का ना केवल वादा किया बल्कि अपना विजन विस्तार से समझाया लेकिन इन सबके बावजूद दिग्विजय सिंह अपनी 15 साल पुरानी छवि को मिटा पाने में नाकाम रहे। दिग्विजय सिंह को अब किसी भी प्रकार का चुनाव नहीं लड़ना चाहिए।
भाजपा प्रदेश कार्यालय में जश्न |