भोपाल। कोलार इलाके में एक किसान ने अपने खेत में आम के पेड़ पर फांसी लगाकर जान दे दी। उससे एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें चंदूराम जिसे चांद होतवानी के नाम से भी पुकारा गया, को उसने अपनी मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया है। उसका मोबाइल नंबर भी लिखा है। मृतक के बेटे का आरोप है कि चंदूराम एक बिल्डर है। वह पिता को प्रताड़ित कर रहा था। वहीं थानाप्रभारी का कहना है कि सुसाइड नोट में लिखे नाम और नंबर की जांच की जा रही है। हालांकि यह नंबर अभी बंद है। बता दें कि मृतक का छोटा भाई देवनारायण मीणा भाजपा किसान मोर्चा कोलार मंडल का उपाध्यक्ष है।
आंधी के आम बीनने निकले थे, फांसी पर झूलते मिले
कोलार पुलिस के अनुसार ग्राम बैरागढ़ चीचली के रहने वाले 62 वर्षीय देवकरण मीणा खेती किसानी के साथ प्रॉपर्टी डीलिंग का भी काम करते थे। उनके भतीजे जितेंद्र मीणा ने बताया कि देवीकरण मंगलवार सुबह घर से एक थैला लेकर खेत पर जाने का कहकर निकले थे। उनका कहना था रात में आंधी चली थी, इसलिए आम ज्यादा गिरे होंगे। इसके बाद सुबह साढ़े सात बजे एक युवक ने सूचना दी कि खेत के आम के पेड़ पर चाचा फांसी पर लटके हैं। मौके पर परिजनों के पहुंचने के बाद पुलिस को सूचना दी गई। मृतक के चार लड़के और दो बेटियां हैं। सभी की शादी हो चुकी है।
धोती की गांठ में था सुसाइड नोट, कमर फंसा था मोबाइल
मृतक के बेटे गब्बर सिंह का कहना है उसके पिता धोती कुर्ता पहना करते थे। उनकी धोती की गांठ में एक कागज मिला है, जिसमें सिर्फ यह लिखा है कि उनकी मौत का जिम्मेदार चंदूराम है। नोट में एक मोबाइल नंबर लिखा है। मृतक के कमर में उसका मोबाइल फोन फंसा था। फोन पर करीब 13 मिस्ड कॉल थे।
ईओडब्ल्यू में भूखंड की चल रही जांच
भतीजे जितेंद्र मीणा का कहना है कि एक सरकारी भूखंड को लेकर उनके चाचा देवीकरण की जांच ईओडब्ल्यू में चल रही है। दरअसल, चंदूराम ने चाचा को इस केस में फंसाया था। इसका फैसला आने वाला था। इसे लेकर भी चंदूराम उन्हें परेशान कर रहा था, इसलिए चाचा तनाव में थे।
जांच कर रहे हैं
एक किसान ने बैरागढ़ चीचली में खुदकुशी की है। उसके पास एक सुसाइड नोट मिला है। इस जब्त कर जांच में लिया गया है। पता करने की कोशिश कर रहे हैं कि सुसाइड नोट में लिखे नाम का व्यक्ति कौन है। किसान के इससे क्या संबंध थे।