भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में हुजूर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा के खिलाफ आचार संहिता उल्लंघन मामले में धारा 188 एवं 505 (2) के तहत मामला दर्ज किया गया है। शिकायत विधानसभा चुनाव प्रचार के समय की गई थी। पुलिस का कहना है कि लम्बी जांच के बाद यह मामला दर्ज किया गया है जबकि चर्चा है कि हुजूर विधानसभा में प्रज्ञा ठाकुर का प्रचार करने के कारण यह मामला दर्ज किया गया है। बता दें कि रामेश्वर शर्मा विरोधी भाजपा नेता श्याम मीणा अब कांग्रेस में हैं एवं दिग्विजय सिंह के नजदीकी हैं। श्याम मीणा हर संभव कोशिश कर रहे हैं कि उनके क्षेत्र से दिग्विजय सिंह को भारी मत मिले जबकि रामेश्वर शर्मा प्रज्ञा ठाकुर के लिए प्रचार में जुटे हुए हैं।
दरअसल, नवंबर 2018 में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान रामेश्वर शर्मा हुजूर सीट से चुनाव लड़ रहे थे। कांग्रेस ने इस सीट से एक सिंधी उम्मीदवार नरेश ज्ञानचंदानी को मैदान में उतारा था। चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने कांग्रेस के उम्मीदवार नरेश ज्ञानचंदानी को निशाना बनाते हुए सिंधी समाज पर अशोभनीय टिप्पणी की थी। इसका एक ऑडियो भी वायरल हुआ था। जिसके बाद इस मामले पर सियासत काफी गरमा गई थी। सिंधी समाज ने उनके इस बयान को लेकर बैरागढ़ बंद रखा था और तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी।
तत्समय क्यों दर्ज नहीं हुआ मामला
उस वक्त सिंधी समाज ने उनके खिलाफ कार्रवाई को लेकर तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह से मिले थे और बैरागढ़ थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। विवाद बढ़ने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने उन्हें तलब कर इस मामले में सफाई मांगी थी। इसके बाद खुद रामेश्वर शर्मा सिंधी समाज के बीच गए और अपने शब्दों के लिए ना केवल माफी मांगी बल्कि स्पष्ट किया कि कुछ विरोधी व्यक्तिगत नुक्सान पहुंचाने के लिए साजिश रच रहे हैं। इसके बाद मामला रफादफा हो गया था।