भोपाल। सीएम कमलनाथ के क्षेत्र से बड़ी खबर आ रही है। यहां भाजपा के उम्मीदवार विवेक साहू जिन्हे बंटी साहू के नाम से भी जाना जाता है, सहित उनके सभी पोलिंग ऐजेंटों को गिरफ्तार कर लिया गया है। यह कार्रवाई धारा 188 के तहत की गई है।
जिन नेताओं की गिरफ्तारी हुई है उनमें भाजपा उम्मीदवार बंटी साहू, योगेश सदारंग, धर्मेंद्र मिगलानी, अरविन्द राजपूत, अरुण शर्मा,अंकुर शुक्ला सहित भाजपा के 20 से ज्यादा नेता शामिल हैं। अभी तक यह ज्ञात नहीं हो पाया है की छिन्दवाड़ा पुलिस ने आखिर किस अपराध में उक्त भाजपा के नेताओं को गिरफ्तार किया है। समाचार लिखे जाने तक सभी को थाने में बिठाकर रखा गया था, न्यायालय में पेश नहीं किया गया।
बता दें कि बंटी साहू छिंदवाड़ा विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में सीएम कमलनाथ के खिलाफ भाजपा के उम्मीदवार हैं। लोकसभा चुनाव के साथ इस उपचुनाव की मतगणना भी 23 मई को है। 21 मई को उम्मीदवार की गिरफ्तारी की गई है। इस गिरफ्तारी को लेकर प्रदेश की राजनीति में खलबली मच गई है।
अपडेट: 30 अप्रैल को धरना दिया था इसलिए गिरफ्तार किया
छिंदवाड़ा कोतवाली प्रभारी ने बताया कि थाना कोतवाली में दर्ज अपराध क्रमांक 317/19 धारा 147 ,186,188, 341 के तहत सभी आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है, जिन्हें न्यायालय में सीजेएम अभिलाषा मवार के समक्ष पेश किया जाएगा। गिरफ्तारी की सूचना छिंदवाड़ा के गुलाबरा निवासी राजेश भोयर के नाम निकाली गई। कोतवाली पुलिस ने छिंदवाड़ा विधानसभा उपचुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार विवेक बंटी साहू के अलावा भाजपा नगर अध्यक्ष अरुण शर्मा, नगर निगम अध्यक्ष धर्मेंद्र मिगलानी, भारतीय जनता युवा मोर्चा जिला अध्यक्ष अंकुर शुक्ला, अरविंद राजपूत, नरेंद्र जैन, योगेश बेले, तनवीर सिंह ठाकुर, अमित श्रीवास्तव, राजा राजपूत, रोहित पोफली, योगेश सदारंग, राकेश पहाड़े, चीकू पाल, राहुल शर्मा, मोहित साहू, दिनेश मालवी, राम सोनी, नितेश अनेजा को गिरफ्तार किया है।
30 अप्रैल का है मामला
जिस मामले में पुलिस ने भाजपा उम्मीदवार और पोलिंग एजेंटों को गिरफ्तार किया है, वह मामला 30 अप्रैल का बताया जा रहा है। उस समय भाजपा उम्मीदवार और भाजपा नेता रात लगभग 11 बजे कोतवाली थाने में धरने पर बैठ गए थे। भाजपा नेताओं का कहना था कि उनके कार्यकर्ताओं को पुलिस जबरन परेशान कर रही है और बिना कारण कार्यकर्ताओं को उठाकर थाने में बंद कर रही है।
तो क्या 1 मई से 20 मई तक फरार थे विवेक साहू
छिंदवाड़ा पुलिस पर पक्षपात के आरोप लग रहे हैं। बड़ा सवाल यह है कि 30 अप्रैल की घटना के लिए 21 मई को गिरफ्तारी क्यों की गई जबकि आरोपी खुद विधानसभा चुनाव के लिए प्रत्याशी है। क्या विवेक साहू 1 मई से 20 मई तक फरार रहे। भाजपा का कहना है कि वो छिंदवाड़ा में थे और खुलेआम घूम रहे थे। पुलिस भी उनके आसपास ही थी।
अपडेट: भाजपा प्रत्याशी सहित सभी को जमानत मिली
गिरफ्तारी के बाद हंगामा होते ही पुलिस एक्टिव हुई और सभी को न्यायालय में पेश किया गया। कोर्ट ने 10-10 हजार रुपए के मुचलके पर सभी को जमानत दे दी। नरेंद्र परमार, भाजपा जिलाध्यक्ष छिंदवाड़ा ने कहा एफआईआर होने के बाद से लंबे समय तक यह मामला पेंडिंग रखा। अब मतगणना के दो दिन पहले गिरफ्तार किया, जबकि मतगणना के बाद भी गिरफ्तारी की जा सकती थी। ऐसे में प्रदेश सरकार की मंशा पर सवाल उठते हैं। हमने इसे लेकर चुनाव आयोग में शिकायत की है।