होशंगाबाद। सिवनी मालवा में 2015 में इलेक्ट्रिक पाेल में लगने वाले पाइप और क्लंप काे 10 गुनी अधिक कीमत में खरीदी कर सरकारी रुपए का दुरुपयाेग करने पर भाजपा समर्थित नपाध्यक्ष कल्पना देवीलाल यादव और तत्कालीन सीएमओ विक्रम सिंह (अब रिटायर्ड) पर पुलिस ने बुधवार रात 11 बजे धारा 420, 34, 13,1 बी भ्रष्टाचार निवारण संशोधन अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज की।
इस पाइप घाेटाले की शिकायत शिवराज सिंह सरकार के शासन में अक्टूबर 2017 काे हुई थी लेकिन डेढ़ साल तक पेंडिंग रही। कांग्रेस सरकार आते ही चाैथे महीनेे में घाेटाले में लिप्त नपाध्यक्ष कल्पना देवीदयाल यादव और तत्कालीन सीएमओ विक्रम सिंह पर राताें रात केस दर्ज किया गया। पुलिस टीम ने दाेनाें के घर दबिश दी लेकिन दाेनाें फरार हो गए।
पूर्व नपाध्यक्ष और सीएमओ फरार
बुधवार रात 11 बजे केस दर्ज कर टीआई अजय तिवारी सीएमओ विक्रम सिंह के आधारशिला परिसर अवधपुरी आवास पर पहुंचे। परिजनों ने पुलिस से उनके शादी में होने की बात कही। गुरुवार सुबह 11 बजे एसडीओपी एसएल सोनिया, सिवनीमालवा थाना प्रभारी अजय तिवारी एक दर्जन पुलिसकर्मियों के साथ बड़े मंदिर के पीछे स्थित नपाध्यक्ष के घर छापा मारा। इससे पहले नपाध्यक्ष फरार हो गईं। उनके पति देवीदयाल यादव भी घर पर नहीं मिले। पुलिस अब माेबाइल लाेेकेशन ट्रेस कर रही है। टीआई अजय तिवारी के मुताबिक बुधवार रात एसपी आफिस से मामले में केस दर्ज करने का आदेश आया। एफआईआर की और आरोपियों को पकड़ने दबिश दी। सीएमओ के घर के 7 घंटे बाद नपाध्यक्ष के घर छापा मारा लेकिन दोनों फरार हो गए नपाध्यक्ष के पति भी नहीं मिले।
मामला क्या है
पुलिस के मुताबिक नपा ने 2015 में इलेक्ट्रिक पोल पर लगने वाले पाइप और क्लंप की 4900 प्रति नग से खरीदी की गई जबकि उसका बाजार मूल्य 475 रुपए था। नपा ने खातेगांव की अग्रवाल एजेंसी से खरीदी दिखाकर 4900 रुपए के हिसाब से 180 पाइप और क्लंप का 8 लाख 82 हजार का भुगतान किया, जबकि 475 के हिसाब से 85 हजार 500 रुपए का खर्च था। करीब 8 लाख का घाेटाला सामने आया। इस पर अक्टूबर 2017 में सिवनीमालवा के छगन जलखरे सहित अन्य कुछ लाेगाें ने नपाध्यक्ष कल्पना देवी दयाल यादव और सीएमओ विक्रम सिंह के खिलाफ धाेखाधड़ी और पद के दुरुपयाेग की शिकायत की थी।