ग्वालियर। सोशल मीडिया पर गुरुवार को वायरल हुआ एक ऑडियो चर्चा में है। ऑडियो मुरैना-श्योपुर से भाजपा सांसद अनूप मिश्रा की आवाज बताई जा रही है। हालांकि इस ऑडियो को लेकर सांसद मिश्रा का कहना है कि क्या वायरल हो रहा है, यह न तो मैंने सुना है और न ही मुझे पता है। ऑडियो में अजय नाम के व्यक्ति से चर्चा चल रही है। इसमें अनूप मिश्रा की तरफ से कहा जा रहा है कि हम पूरी ताकत लगा रहे हैं कि ग्वालियर और मुरैना में कांग्रेस जीते। बता दें कि नरेंद्र सिंह तोमर से विरोध के चलते सांसद अनूप मिश्रा को 5 साल तक पार्टी में पक्षपात सहना पड़ा और अंत में उनका टिकट काट दिया गया। अनूप मिश्रा भाजपा के संस्थापक अटल बिहारी वाजपेयी के भांजे हैं।
कुल 14 मिनट, 22 सेकंड के आडियाे में मुरैना, ग्वालियर और भोपाल लोकसभा सीट की चर्चा हाे रही है। सांसद मिश्रा से बात करने वाला व्यक्ति दावा कर रहा है कि साध्वी प्रज्ञा को भोपाल से उसी ने टिकट दिलाया है। उसके पास अमित शाह का फोन आया था। मुरैना सीट को लेकर सांसद मिश्रा उस व्यक्ति से कह रहे हैं कि कांग्रेस में तीन-तीन गुट अलग-अलग हैं और ये खुद ही नहीं चाहते कि कांग्रेस जीते लेकिन हम पूरी ताकत भी लगा रहे कि कांग्रेस जीते मुरैना में।
यहां (ग्वालियर) दिग्विजय सिंह के लोग लगे हैं तो आदरणीय ज्योतिरादित्य जी के लोग नहीं हैं, वहां (मुरैना) ज्योतिरादित्य जी के लोग लगे हैं तो दिग्विजय सिंह के लोग उस हिसाब से काम नहीं कर रहे हैं। यह झगड़ा लगभग कमोबेश है। सीट मिलनी चाहिए। मेरा यह कहना है, कांग्रेस काे समझना हाेगा कि वह इस समय अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही है, यह कौन समझाए इन नेताओं को।
इसके बाद अजय ने भोपाल के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा- कांटे की टक्कर है। भोपाल में हो सकता है प्रज्ञा जीत जाए। पहले मैं भोपाल आया था तो अलग स्थिति थी, अब क्या है मुझे नहीं पता। मेरा और प्रज्ञा का कोई विरोध नहीं है। मैं वहां कुछ कर नहीं रहा हूं, पर टक्कर कांटे की है। चर्चा में वह यह भी कह रहे हैं कि उन्होंने बलवीर दंडोतिया को समझाया कि आप कांग्रेस का काम करो, ऐसे ही केएल अग्रवाल और हरी सिंह रघुवंशी भी काम कर रहे हैं। मैं सीधे ज्योतिरादित्य जी के संपर्क में नहीं हूं, पर अपने हिसाब से सपोर्ट कर रहा हूं। ऐसे में मैं यह नहीं देख रहा कि यह दिग्विजय जी का आदमी है या ज्योतिरादित्य जी का आदमी है। मेरा गुस्सा बीजेपी के खिलाफ है।