ग्वालियर। रॉयल प्लाजा में अमित चौहान (AMIT CHOUHAN) की स्मार्ट लाइब्रेरी (Smart Library) व अमित गुप्ता (Amit Gupta) की एक्सल लॉ क्लासेस कोचिंग सेंटर (Exel Law Classes Coaching Center) पर भी फायर संबंधी व्यवस्थाएं नहीं मिलीं। इन तीनों कोचिंग सेंटरों को सील (Seal) करने के बाद टीम परिकल्प टॉवर पहुंची। यहां पर चौथी मंजिल पर पास-पास दो कोचिंग संचालित होती हैं। टीम ने अभिभाषक सुनील वर्मा की इंग्लिश कोचिंग व राधेश्याम शर्मा की लॉ क्लासेस का निरीक्षण किया। इन दोनों कोचिंग सेंटर तक पहुंचने का रास्ता काफी संकरा था। जिस समय जांच की गई, तब अंधेरा मिला और टायलेट भी गंदे थे।
लॉ क्लासेस को जब राजस्व टीम ने सील करने की बात कही तो संचालक नाराज हो गए। उन्होंने कहा, ऐसे कैसे कर सकते हैं आप? पहले नोटिस देना होगा, हमें बताना होगा कि क्या-क्या सुविधाएं सुरक्षा के लिए जरूरी हैं। इस पर एसडीएम ने कहा, आप बिना रजिस्ट्रेशन कराए कोचिंग चला रहे हैं, पहले कभी कुछ पूछा था? एसडीएम श्री बनवारिया ने कहा, आप चाहें तो खुद ही ताला लगा दें। तीन दिन में सारी व्यवस्थाएं कर लें। इसके बाद कोचिंग संचालक बाहर आ गए तो दोनों संस्थान को सील कर दिया गया। यही टीम सिटी सेंटर में आकाश कोचिंग व रेजोनेंस क्लासेस पर भी पहुंची। आकाश कोचिंग में व्यवस्थाएं ठीक मिलीं, लेकिन रेजोनेंस क्लासेस में फायर सिस्टम पर्याप्त संख्या में नहीं थे, इसलिए इसे सील कर दिया गया।
लॉ क्लासेस को जब राजस्व टीम ने सील करने की बात कही तो संचालक नाराज हो गए। उन्होंने कहा, ऐसे कैसे कर सकते हैं आप? पहले नोटिस देना होगा, हमें बताना होगा कि क्या-क्या सुविधाएं सुरक्षा के लिए जरूरी हैं। इस पर एसडीएम ने कहा, आप बिना रजिस्ट्रेशन कराए कोचिंग चला रहे हैं, पहले कभी कुछ पूछा था? एसडीएम श्री बनवारिया ने कहा, आप चाहें तो खुद ही ताला लगा दें। तीन दिन में सारी व्यवस्थाएं कर लें। इसके बाद कोचिंग संचालक बाहर आ गए तो दोनों संस्थान को सील कर दिया गया। यही टीम सिटी सेंटर में आकाश कोचिंग व रेजोनेंस क्लासेस पर भी पहुंची। आकाश कोचिंग में व्यवस्थाएं ठीक मिलीं, लेकिन रेजोनेंस क्लासेस में फायर सिस्टम पर्याप्त संख्या में नहीं थे, इसलिए इसे सील कर दिया गया।
दोपहर में बैठक कर कलेक्टर अनुराग चौधरी ने कहा, पुलिस व नगर निगम को साथ लेकर सभी एसडीएम शहर के कोचिंग सेंटरों की जांच करें। जांच के दौरान सेंटर तक पहुंचने का रास्ता, फायर सिस्टम, पार्किंग व छात्रों की सुरक्षा के अन्य बिंदु देखने को कहा गया। कलेक्टर ने निर्देश दिए कि जिन सेंटरों में ये सुविधाएं न मिलें, उन्हें तीन दिन का समय देकर कार्रवाई करें। उन्होंने कोचिंग सेंटर संचालकों से कहा कि वे सीसीटीवी कैमरे व छात्रों की हाजिरी का रजिस्टर भी रखें।