नई दिल्ली। 36% ब्याज (INTEREST) का वादा करके 1 लाख से ज्यादा लोगों से 3000 करोड़ रुपए का निवेश ठगी (INVESTMENT FRAUD) करने के आरोपी हीरा ग्रुप की एमडी नोवहेरा शेख (MD Nowhera Shaik), मौली थॉमस (MOLLY THOMAS) और बीजू थॉमस (BIJU THOMAS) को अब प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने अपनी हिरासत में ले लिया है। अब पूछताछ के दौरान उन सभी सवालों के जवाब प्राप्त हो जाएंगे जो अब तक अनुत्तरित थे। आरोप है कि पोंजी स्कीम (PONZI SCHEME) के जाल में लोगों को फंसाया गया एवं निवेशकों के साथ धोखाधड़ी की गई।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बताया कि हीरा ग्रुप की कंपनियों से जुड़े मामले में प्रीवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) के तहत मंगलवार को नोवहेरा शेख, मौली थॉमस और बीजू थॉमस को गिरफ्तार किया गया। हैदराबाद की विशेष कोर्ट ने इन तीनों को 7 दिन के लिए ईडी की हिरासत में भेज दिया है। ये तीनों पहले से ही एक अन्य मामले में जेल में थे। ईडी ने कोर्ट से इन तीनों को उसकी हिरासत में देने की अपील की थी। यह मामला हैदराबाद में हीरा ग्रुप द्वारा संचालित धोखाधड़ी वाली मनी सर्कुलेशन स्कीम से संबंधित है। ईडी ने तेलंगाना पुलिस और अन्य लोगों की शिकायतों के आधार पर मनी लांड्रिंग का मामला दर्ज किया है।
पीड़ितों में एनआईआर भी
ईडी ने एक बयान में कहा कि हीरा ग्रुप पर लाखों निर्दोष लोगों से करीब 36 फीसदी के रिटर्न का वादा कर करोड़ों रुपये जुटाने का आरोप है। ईडी को पता चला है कि आरोपी और उनकी कंपनियों ने निवेश के नाम पर देशभर में 1,72,114 निवेशकों से 3000 करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम जुटाई है। देशभर में निवेशकों ने शेख और अन्य के खिलाफ कई एफआईआर दर्ज कराई हैं। पीड़ितों में हैदराबाद, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, केरल और देश के अन्य राज्यों के साथ ही संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब और अन्य पश्चिम एशियाई देशों के एनआईआर भी हैं।
देशभर में विभिन्न बैंकों में खोले थे 182 अकाउंट
जांच में पता चला है कि ग्रुप की कंपनियों की कोई ऐसी कारोबारी गतिविधियां नहीं है जिससे अधिक रिटर्न का वादा पूरा किया जा सके। शेख और अन्य ने लोगों से जुटाई गई रकम कंपनी के अकाउंट के जरिये अपने निजी खातों में डाला और इस रकम का इस्तेमाल भारी मात्रा में चल और अचल संपत्ति खरीदने में किया गया। आरोप है कि शेख हीरा ग्रुप के नाम पर 24 फर्म का संचालन कर रही थी और देशभर में विभिन्न बैंकों में 182 अकाउंट थे। संयुक्त अरब अमीरात और सऊदी अरब जैसे देशों में 10 बैंक खाते खोले गए थे। बीजू थॉमस केरल स्थित सुवान टेक्नोलॉजी सोल्यूशन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड का एमडी था। उसने ही हीरा ग्रुप की कंपनियों के लिए सॉफ्टवेयर तैयार किया था और उसकी कंपनी ही सभी अकाउंट की जानकारी संभाल रही थी। मौली थॉमस शेख की निजी सहायक के तौर पर काम कर रही थी।