इंदौर। चार नाबालिग लड़कों ने शौक पूरा करने के लिए बाइक सवार दो युवकों को लूटा था। चारों ने पुलिस की पूछताछ में यह बात कबूल की है। रैकी करने के बाद चारों ने वारदात की थी। घूमने-फिरने, खाने-पीने का शौक पूरा करने के लिए उन्हें पैसों की जरूरत की। दो दिन पहले नाबालिगों लड़कों ने कैटरिंग का काम करके घर लौट रहे बाइक सवार युवकों को लूट लिया था। घटना की शिकायत के बाद पुलिस को घटना स्थल के पास लगे कैमरे के फुटेज मिल गए थे। इस पर पुलिस ने शराब के अहाते में चारों की फोटो दिखाई। वहां शराब पी रहे एक युवक ने चारों को पहचान लिया। पुलिस ने दबिश दी और चारों को उनके घर से गिरफ्तार कर लिया। मंगलवार को चारों नाबालिगों को किशोर न्यायालय में पेश करेगी पुलिस।
एरोड्रम पुलिस ने रमेश वर्मा (RAMESH VARMA) निवासी गोविंद नगर की शिकायत पर महेश नगर निवासी 16 वर्षीय, वाल्मीकि नगर निवासी 17 वर्षीय, जयहिंद नगर निवासी 16 वर्षीय और वृंदावन कॉलोनी निवासी 17 वर्षीय नाबालिग लड़कों को गिरफ्तार किया है। टीआई अशोक पाटीदार ने बताया कि घटना शनिवार देर रात करीब 11 बजे टिगरिया बादशाह इलाके में हुई थी। रमेश अपने साथी मांगीलाल के साथ घर लौट रहा था। रास्ते में एक्टिवा सवार तीन नाबालिगों ने बाइक सवार दोनों युवकों के सामने अपनी गाड़ी अड़ाकर रोक लिया था। इसके बाद टक्कर मारने का आरोप लगाकर तीनों विवाद करने लगे। रमेश व उसके साथी पर मोबाइल व पैसे चोरी करने का आरोप लगाया। इसी दौरान एक नाबालिग ने दोनों से पर्स और मोबाइल ले लिया।
घटना के दौरान वहां भीड़ लग गई। इसी दौरान नाबालिग पर्स व मोबाइल लेकर भाग खड़ा हुआ। बाइक सवार दोनों युवक नाबालिग का पीछा करने लगे। इसी दौरान एक्टिवा सवार एक नाबालिग अपनी गाड़ी लेकर मौके से चला गया। जबकि तीसरा नाबालिग रमेश की बाइक लेकर फरार हो गया। तीनों नाबालिगों का एक दोस्त कुछ दूरी पर आगे खड़ा था। वह अपने एक्टिवा सवार दोस्त के साथ बैठकर वहां से चला गया। घटना के बाद चारों अपने-अपने घर चले गए। थानेदार आलोक राघव ने बताया कि घटना के CCTV कैमरे के फुटेज मिल गए। इसमें दो नाबालिगों को स्कीम नंबर 155 स्थित शराब की दुकान में शराब पी रहे युवक ने पहचान लिया। उसने दोनों का पता भी बता दिया।
इस पर पुलिस ने दोनों को पकड़ा और पूछताछ की। दोनों ने बाकी दोनों साथियों के नाम बता दिए। चारों ने घटना को अंजाम देना कबूल कर लिया है। पुलिस ने लूट का पूरा सामान जब्त कर लिया है। पुलिस के मुताबिक एक्टिवा वाल्मीकि नगर निवासी नाबालिग की है। उसके पिता की कास्मेटिक की दुकान है। जबकि जयहिंद नगर निवासी नाबालिग के माता-पिता निजी कंपनी में नौकरी करते हैं। महेश नगर निवासी नाबालिग अकेला रहता है। जबकि वृंदावन कॉलोनी निवासी नाबालिग के पिता नहीं हैं।