नई दिल्ली। भारतीय प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ नौकरशाह गोपाल कृष्ण गुप्ता को ऊर्जा मंत्रालय से हटा दिया गया है। आरोप है कि उन्होंने दिल्ली क्रिकेट असोसिएशन से आईपीएल मैचों के लिए कॉम्पलिमेंटरी पास मांगे। गुप्ता को वापस उनके काडर रेल मंत्रालय भेज दिया गया है। कार्मिक मंत्रालय ने बताया कि पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली अपॉइंटमेंट कमिटी ऑफ कैबिनेट (एसीसी) ने गुप्ता की समय पूर्व वापसी को तत्काल मंजूरी दे दी है। हालांकि आदेश में उनकी वापसी का कारण नहीं बताया गया है।
भारतीय रेलवे के मकैनिकल इंजीनियर्स ब्रांच के 1987 बैच के ऑफिसर नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय में संयुक्त सचिव के पद पर थे। सूत्रों का कहना है कि गुप्ता ने मार्च में दिल्ली डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट असोसिएशन (डीडीसीए) के अध्यक्ष रजत शर्मा के कार्यालय से एक आईपीएल मैच के लिए कॉम्पलिमेंटरी पास मांगे थे। डीडीसीए से वांछित जवाब न मिलने पर गुप्ता ने शर्मा को तीन अप्रैल को एक पत्र लिखा और घटनाक्रम का ब्योरा दिया।
गुप्ता ने ब्योरे में शर्मा की असिस्टेंट सपना सोनी और अपने निजी स्टाफ के बीच टेलिफोन पर हुई बातचीत का उल्लेख किया। उन्होंने शर्मा को लिखे पत्र में कहा, 'मैं नहीं जानता कि यह घटना और घटनाक्रम से जुड़ी कड़ियां, आपके संज्ञान में आई हैं या नहीं और आपकी कार्यकारी सहायक ने पास का प्रबंध करने संबंधी मेरी कॉल और मेरे आग्रह के बारे में आपको सूचित किया या नहीं।'
इस पत्र में गुप्ता ने लिखा, 'क्या मैं आग्रह कर सकता हूं कि आपका स्टाफ ऐसे मामलों में शिष्टाचार दिखाए और समय पर जानकारी दे, चाहे जवाब सकारात्मक नहीं हो। मेरा मानना है कि हमें हमारे पदों के प्रति पारस्परिक सम्मान रखना चाहिए।' बताया जा रहा है कि सोशल मीडिया जैसे सार्वजनिक मंचों पर इस पत्र के शेयर होने पर ही गुप्ता के खिलाफ कार्रवाई का निर्णय लिया गया और उनके कार्यकाल में कटौती की गई।