जबलपुर। खुद को डॉक्टर बताकर फिजियोथेरेपिस्ट लड़कियों से दोस्ती करता था। उसके बाद करीबी रिश्ता बनाकर युवतियों की अंतरंग तस्वीरें खींच लेता था। हकीकत सामने आने पर लड़कियां उससे दूर होने की कोशिश करतीं तो साथ ली गई अश्लील तस्वीरें वायरल करने की धमकी देते हुए उनकी फोटो का इस्तेमाल कर फर्जी फेसबुक आईडी बनाकर अश्लील चैटिंग करने लगता था। कई पीड़ित लड़कियों ने राज्य सायबर पुलिस में शिकायत की। जांच के बाद सीरियल फेक प्रोफाइल मेकर को गिरफ्तार कर लिया गया।
राज्य सायबर पुलिस निरीक्षक विपिन ताम्रकार ने बताया कि बघराजी निवासी युवती ने शिकायत की थी कि उसकी छोटी बहन समेत कई लड़के व लड़कियों की फोटो का इस्तेमाल कर फर्जी फेसबुक आईडी बनाकर मैसेंजर पर अश्लील पोस्ट भेजकर सभी को बदनाम किया जा रहा है। फर्जी आईडी से रिश्तेदारों को भी अश्लील फोटो, मैसेज वायरल किए जा रहे हैं। इस तरह के मैसेज से मिल रही मानसिक प्रताड़ना से उसकी बहन आत्महत्या करने की कगार पर पहुंच चुकी है। एसपी अंकित शुक्ला ने शिकायत को गंभीरता से लेते हुए जांच के निर्देश दिए।
निजी अस्पताल में है फिजियोथेरेपिस्ट
जांच पड़ताल में जुटी पुलिस ने आरोपित दीपक विश्वकर्मा (21) पिता सुरेश विश्वकर्मा निवासी सुंदरपुर पनागर को दबोच लिया। उसके विरुद्घ 66 सी आईटी एक्ट का प्रकरण पंजीबद्घ कर जेल भेज दिया गया। टीआई ताम्रकार ने बताया कि आरोपित शहर स्थित एक निजी अस्पताल में फिजियोथेरेपिस्ट है। खुद की फेसबुक आईडी में डॉक्टर लिखकर गांव की लड़कियों से सोशल मीडिया पर दोस्ती करता था। जिले के कई पुलिस थानों में कई लड़कियों द्वारा आरोपित के विरुद्घ शिकायत दर्ज कराई गई है।
इनकी रही भूमिका
आरोपित की गिरफ्तारी में टीआई ताम्रकार, एसआई रोशनी नर्रे, आरक्षक आसिफ खान, अमित गुप्ता, अंकिता की भूमिका रही। एसपी ने टीम को पुरस्कृत करने की घोषणा की है।