जबलपुर। मामला शिवनगर शाहपुरा का है जहाँ भूख से बिलख रही बेटी को छोड़कर मां ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। शहपुरा पुलिस के मुताबिक भीटा शहपुरा निवासी वंदना ठाकुर (Vandana Thakur) उम्र 30 वर्ष अपनी छोटी बेटी राधिका व बड़ी बेटी सोनम के साथ घर पर अकेली थी। उस समय उसकी सास लोधी गांव में ही किसी के घर गई थी। वंदना ने खुद को अपने कमरे में बंद कर लिया। इसी बीच राधिका को भूख लगी तो सोनम दरवाजा खटखटाकर मां को आवाज देने लगी। काफी देर तक भीतर से कोई आवाज नहीं आई और दरवाजा नहीं खुला तो वह अपनी दादी को बुलाकर घर ले आई। पंचो बाई ने किसी तरह धक्का मारकर दरवाजा खोला, कमरे में वंदना का शव फांसी पर झूल रहा था।
अन्य अलग अलग मामलों में 3 और मौतें
दूसरे मामले में लालकुआं पोलीपाथर ग्वारीघाट निवासी सुरेन्द्र कोरी (Surendra Kori) (35) ने मंगलवार रात करीब 9 बजे अपने ही घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। परिजन को जब घटना की जानकारी मिली तो वे फांसी के फंदे से उतारकर सुरेन्द्र को हॉस्पिटल ले गए जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। सुरेन्द्र ने आत्मघाती कदम क्यों उठाया पुलिस इसका पता कर रही है।
तीसरे मामले में बाई का बगीचा निवासी सपना सोनी (SAPNA Sony) (34) की आग से जलने के कारण उपचार के दौरान बुधवार सुबह करीब 9 बजे मौत हो गई। उसे 30 अप्रैल को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
चौथा मामला पड़वार मोहल्ला बरेला निवासी राजेश झारिया (Rajesh Jharia) की 17 वर्षीय बेटी प्रिया झारिया (Priya Jharia) ने घर में ही फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना के दौरान प्रिया घर पर अकेली थी। पुलिस आत्महत्या के कारणों का पता लगा रही है।