यह है घटनाक्रम
राजेन्द्र मंगलवार रात भोजन करने के बाद खेत फसल देखने के लिए गया। जब वह खेत पहुंचा तो देखा कि चक्रेश उसके खेत से टमाटर चुरा रहा है। उसके टमाटर चुराते हुए चक्रेश को पकड़ा और इस संबंध में मोबाइल पर परिजनों को सूचित किया। उसने परिजनों को बताया कि वह चक्रेश को लेकर आ रहा है। कुछ देर बाद जब राजेन्द्र वापस नहीं आया तो परिजन उसे तलाशते हुए खेत पर पहुंचे, जहां चक्रेश अपने खेत में काम कर रहा था।
परिजनों ने टमाटर चोरी और राजेन्द्र के संबंध में पूछा तो उसने ऐसी किसी घटना से इंकार कर दिया। इसके बाद परिजनों ने थाने जाकर राजेन्द्र के लापता होने की रिपोर्ट दर्जं करवाई। सुबह होने पर राजेन्द्र की लाश चक्रेश के खेत से लगे खेत से बरामद की गयी। उसके सिर के पिछले हिस्से में भारी धारदार हथियार से किये गये बार के धाव तथा खून बह रहा था। इसके बाद पुलिस ने संदेह के आधार पर चक्रेश को हिरासत में लिया।
पुलिस ने अभिरक्षा में लेकर चक्रेश को से पूछताछ की तो उसके हत्या की वारदात को अंजाम देना स्वीकार कर लिया। उसने बताया कि खेत से टमाटर चोरी करते हुए राजेन्द्र ने उसे पकड लिया था। इसके बाद राजेन्द्र उसके साथ गाली-गलौज और मारपीट करने लगा। आवेश में आकर उसे राजेन्द्र के सिर के पिछले हिस्से में कुल्हाड़ी से हमला कर दिया, जिसके कारण उसकी घटना स्थल पर मौत हो गयी।