जबलपुर। संपत्ति विवाद का बदला लेने के लिए युवक ने हाईटेक तरीका अपनाया और चचेरे भाई का जीमेल अकाउंट हैक कर उसकी वार्षिक आय 50 लाख रुपए दर्शा दी। उसने रिवाइज्ड इनकम टैक्स भी भर दिया। चचेरे भाई को आर्थिक नुकसान पहुंचाने के लिए रचे गए षड्यंत्र का पता इनकम टैक्स के नोटिस के बाद हुआ। पीड़ित ने राज्य सायबर पुलिस को शिकायत देकर आशंका जताई कि उसका मेल अकाउंट हैक कर किसी ने गलत इनकम टैक्स फाइल कर दी है। आरोपित को गिरफ्तार करते हुए राज्य सायबर एसपी अंकित शुक्ला ने मंगलवार को घटनाक्रम की जानकारी दी। आरोपित के खिलाफ धारा 420, 468, 66 डी, समेत आईटी एक्ट की धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज कर जेल भेज दिया गया।
पैतृक संपत्ति का विवाद
राज्य सायबर एसपी शुक्ला ने बताया कि प्रशांत अग्रवाल (Prashant Agrawal) ने शिकायत दर्ज कराई थी कि उनकी वार्षिक आय 3 लाख की जगह 50 लाख रुपए बताकर इनकम टैक्स रिटर्न फाइल की गई है जिसकी उन्हें जानकारी नहीं है। इनकम टैक्स फाइल करने के बाद उन्हें विभाग का नोटिस प्राप्त हुआ कि दर्शायी गई आय के हिसाब से टैक्स जमा किया जाए। उनके नाम पर किसी ने फर्जी रिवाइज्ड इनकम टैक्स रिटर्न भर दी है। तकनीकी साक्ष्य संकलित करने पर पता चला कि टैक्स कंसलटेंट विकास (Vikas Agarwal) (33) पिता वीके अग्रवाल निवासी हनुमानताल ने अपने चचेरे भाई प्रशांत की जीमेल आईडी हैक कर टैक्स रिटर्न का फर्जीवाड़ा किया है। आईपी एड्रेस समेत अन्य साक्ष्य मिलने के बाद उसे दबोच लिया गया।
बेचना चाहता है संपत्ति
एसपी शुक्ला ने बताया कि आरोपित विकास अपनी पैतृक संपत्ति बेचना चाहता है। जिसकी कीमत उसने 27 लाख रुपए निर्धारित की है लेकिन पूर्व में हुए अनुबंध के अनुसार वह संपत्ति को तभी किसी और को बेच सकता है जब फरियादी (प्रशांत अग्रवाल) उसे खरीदने से इनकार कर दें। प्रशांत 20 लाख में संपत्ति खरीदने तैयार है। 7 लाख के लिए दोनों में विवाद चला आ रहा है।
इनकी रही भूमिका
प्रकरण में निरीक्षक विपिन ताम्रकार, एसआई हेमंत पाठक, आरक्षक आसिफ खान, अनुपमा डेहरिया की भूमिका रही।