उज्जैन। बिजली कटौती से लोगों को हो रही परेशानी के चलते बिजली कंपनी के 11 अधिकारी-कर्मचारियों को 18 अप्रैल को निलंबित किया था। कार्रवाई ऊर्जा विभाग के प्रमुख सचिव आईपीसी केसरी के निरीक्षण के बाद हुई थी। अब सभी को बहाल कर दिया गया था।
बिजली कर्मचारी संघ पश्चिम क्षेत्र, यूनाइटेड फोरम फॉर पॉवर इम्प्लाइज एंड इंजीनियर्स तथा पॉवर इंजीनियर्स एंड एम्पलाइज एसोसिएशन सहित अन्य कर्मचारी संगठनों ने कार्रवाई का विरोध किया था। उन्होंने बिजली कंपनी के एमडी विकास नरवाल से मुलाकात कर अधिकारियों व कर्मचारियों का निलंबन समाप्त किए जाने की मांग की थी। लोकसभा चुनाव के परिणाम आते ही सभी का निलंबन समाप्त कर दिया है। उन्हें उसी जगह पर पदस्थ किया है, जहां पर पदस्थ रहते हुए निलंबित किया था।
पश्चिम शहर संभाग के ईई आरजी भावसार, एई राजेश वर्मा, कनिष्ठ यंत्री राकेश खांकरे सहित 11 अधिकारियों व कर्मचारियों को निलंबित किया गया था। गुरुवार को ईई भावसार ने पश्चिम शहर संभाग में ईई के पद पर ज्वाइन कर लिया। उनके निलंबन समय में पूर्व शहर संभाग के एएसई केतन रायपुरिया को अतिरिक्त प्रभार दिया गया था।