भोपाल। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के मीडिया समन्वयक नरेन्द्र सलूजा ने कहा है कि कमलनाथ जी पर सवाल उठाने वाले भाजपा नेता प्रझात झा पहले अपनी आंखों की जांच करवायें और अल्पबुद्धि में बृद्धि के लिए बादाम खायें। वे पत्र को ठीक से ढंग से पढ़े, फिर झूठे आरोप लगायें।
सलूजा ने कहा कि प्रभात झा की ज्ञान और बुद्धि पर तरस आ रहा है। पूरे पत्र में कहीं भी डराने-धमकाने वाले शब्द नहीं लिखे गये हैं। ना ही देख लेने की बात कहीं लिखी गयी है। फिर भी झा ने अपने स्तर पर ही इन्हें जोड़ दिया है। उन्होंने कहा कि कमलनाथ जी के पत्र में लिखा है कि चुनाव आयोग के निर्देश है कि चुनाव निष्पक्ष हों। जिन अधिकारियों तथा कर्मचारियों ने चुनाव में निष्पक्षता नहीं रखी है एवं लापरवाही बरती है, उनके नाम, पद की जानकारी प्रमाण सहित मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी भोपाल को प्रेषित की जाये।
पत्र में ऐसा कहा लिखा गया है कि जिसके आधार पर झा आरोप लगा रहे हैं कि सरकारी अधिकारी-कर्मचारी को डरा रहे हैं उन्हें धमका रहे हैं। सलूजा ने कहा कि कमलनाथ जी के पत्र में डराने-धमकाने, देख लेने की बात कहा लिखी है, जो प्रभात झा इस तरह की बातें वे कह रहे हैं। उन्होंने प्रभात झा से सवाल पूछते हुए कहा कि:-
- क्या चुनाव आयोग के निर्देशों का पालन करना या करवाना गलत है?
- क्या चुनाव निष्पक्ष नहीं होना चाहिए?
- क्या भाजपा नहीं चाहती कि चुनाव निष्पक्ष तरीके से संपन्न हों?
- जो अधिकारी और कर्मचारी निष्पक्ष ढंग से चुनाव संपन्न नहीं करा रहे, क्या भाजपा उनके साथ है?
प्रभात झा कह रहे हैं कि यह लाखों अधिकारी और कर्मचारियों का अपमान है तो वे यह जान लें कि 99 प्रतिशत अधिकारी और कर्मचारी ईमानदार होते हैं। केवल 1 प्रतिशत अधिकारी और कर्मचारी ही होते हैं जो निष्पक्षता और ईमानदारी से काम नहीं करते। भाजपा क्या उन 1 प्रतिशत अधिकारी और कर्मचारी के साथ है, जो चुनाव में निष्पक्षता नहीं बरत रहे हैं, भाजपा इसका जबाव दे।