ग्वालियर। शहरभर में गंदे और पीले पानी को लेकर मचे बवाल के बाद भी लोगों को इससे राहत नहीं मिल पा रही है, वहीं नगर निगम और पीएचई के छोटे से लेकर बड़े अधिकारी तक इस विकट समस्या को लेकर कतई गंभीर दिखाई नहीं दे रहे। ऐसे में आज मंगलवार को मंत्री प्रद्युमन तोमर महलगांव क्षेत्र में निरीक्षण करने पहुंच गए तब स्थानीय निवासियों ने सारी दिक्कतों को पीछे रख गंदे पानी की शिकायतें शुरू कर दीं, साथ ही यह भी कहा कि वह इंजीनियर को परेशानी बता चुके हैं, लेकिन हुआ कुछ नहीं।
लोगों की इस शिकायत पर मंत्री भडक़ गए और वार्ड 32 के सब इंजीनियर एपी श्रीवास्तव को तलब किया, लेकिन वह जवाब देने की बजाए बगलें झांकते रहे, इस पर गुस्साए मंत्री ने पहले तो इंजीनियर की जमकर फटकार लगाई फिर उसे तुरंत ही सस्पेंड करने का आदेश निगमायुक्त संदीप माकिन को दिया, जिस पर उन्होंने तत्काल प्रभाव से निलंबन की कार्रवाई कर दी।
तोमर आज दो दिवसीय दौरे पर ग्वालियर लौटे और सबसे पहले उन्होंने महलगांव का रुख किया और वार्ड 32 में निरीक्षण करने पहुंच गए यहां अन्य तमाम समस्यायें तो मिलीं, लेकिन सबसे बड़ी शिकायत लोगों को पानी को लेकर थी, वहीं मंत्री के निरीक्षण की जानकारी मिलते ही निगमायुक्त सहित निगम व पीएचई के अधीक्षण यंत्री आरएलएस मौर्य भी मौके पर पहुंच गए।
मंत्री का गुस्सा यहीं शांत नहीं हुआ, इंजीनयर के बाद निगमायुक्त को भी हिदायत दी कि आप लोग क्या काम कर रहे हैं, कहीं गंदा पानी मिल रहा है, तो कहीं पानी ही नही आ रहा, भरी गर्मी में जनता परेशान हो रही है। आगे से इस तरह की शिकायत नहीं मिलनी चाहिए, यदि दिक्कत है तो फिर उसे ठीक करें, पूरे क्षेत्र में सर्वे कराएं, जिससे समस्या का निदान हो सके। किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाशत नहीं की जायेगी।