भोपाल। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताने के मामले में भाजपा की भोपाल से प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर का बयान प्रमाणित हो गया है। चुनाव आयोग विवादित बयान के लिए प्रज्ञा ठाकुर को पहले भी दंडित कर चुका है। यह दूसरा गंभीर मामला है। आगर मालवा कलेक्टर की रिपोर्ट के आधार पर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय ने भी कार्रवाई का अभिमत दे दिया है। अब सबकी नजर चुनाव आयोग पर है कि वो क्या कार्रवाई करता है।
इस बारे में अंतिम निर्णय चुनाव आयोग को लेना है। सूत्रों के मुताबिक चुनाव आयोग ने इस मामले में रिपोर्ट मांगी थी। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय ने आगर मालवा कलेक्टर से रिपोर्ट लेकर गुरुवार को चुनाव आयोग भेज दी थी। इसका विस्तृत ब्यौरा भी अलग से भेजा गया है। इधर कांग्रेस ने मांग की है कि भाजपा प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को चुनाव के अयोग्य घोषित किया जाए। उन्हे मतदान और चुनाव लड़ने से प्रतिबंधित किया जाए।
प्रज्ञा ठाकुर संविधान और लोकतंत्र में विश्वास नहीं करतीं
कांग्रेस ने कहा है कि अब यह प्रमाणित हो चुका है कि प्रज्ञा सिंह ठाकुर भारत के लोकतंत्र और कानून में विश्वास नहीं करतीं।
उन्होंने शहीद का दर्जा प्राप्त आईपीएस अफसर हेमंत करकरे को ना केवल देशद्रोही कहा बल्कि आतंकवादी हमले में उनकी मौत को अपने श्राप की वजह से होना बताया।
अयोध्या में विवादित ढांचा ढहाए जाने के घटनाक्रम को वो गर्व का विषय मानतीं हैं।
महात्मा गांधी के हत्यारे को देशभक्त बतातीं हैं।
इनकी अपनी ही विचारधारा है जो संविधान सम्मत नहीं है। यह प्रमाणित करता है कि प्रज्ञा ठाकुर लोकतंत्र में विश्वास नहीं रखतीं एवं कानूनी कार्रवाईयों को गलत मानतीं हैं।