इंदौर। सोशल मीडिया के माध्यम से प्रत्येक व्यक्ति तक निजी पहुंच बना चुकी भाजपा और पीएम नरेंद्र मोदी को अब लोकल मीडिया का महत्व भी समझ आ गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 16 घंटे बाद सोमवार को सुबह 10:30 बजे फिर इंदौर पहुंचे। मोदी ने एयरपोर्ट पर आए स्थानीय भाजपा नेताओं से रविवार को इंदौर और खंडवा में की गई अपनी रैलियों का फीडबैक लिया। प्रधानमंत्री ने पूछा कि मीडिया ने इन रैलियों को कैसा कवरेज दिया। इसके बाद वे हेलिकॉप्टर से रतलाम में जनसभा के लिए रवाना हो गए।
इंदौर की मीडिया राहुल गांधी पर विशेष कृपा करती है
इंदौर एयरपोर्ट पर भाजपा नेताओं ने मोदी को बताया कि मीडिया ने खंडवा और इंदौर की रैलियों को अच्छा कवरेज दिया है। इस दौरान प्रधानमंत्री ने नेताओं से इंदौर के चुनावी महौल पर भी 2 मिनट तक चर्चा की। रविवार को मोदी ने इंदौर से भाजपा प्रत्याशी शंकर लालवानी के समर्थन में जनसभा की थी। इंदौर में जनसभा के दौरान मोदी ने विधानसभा चुनाव में किए गए राहुल के वादे पर भी तंज किया था। उन्होंने कहा था- नामदार ने इसी शहर में इंदौर-मंदसौर में मोबाइल फैक्ट्री खोलने की बात कही थी। उन्होंने गाजे-बाजे के साथ कहा था और मीडिया ने भी शान से छापा। मीडिया की विशेष कृपा रहती है उन पर, लेकिन कांग्रेस ने यह वादा भुला दिया। अब मीडिया में उसका कोई उल्लेख नहीं।
कमलनाथ ने किया था पलटवार-
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने प्रधानमंत्री द्वारा मीडिया की निष्पक्षता पर सवाल उठाए जाने को लोकतंत्र के चौथे स्तंभ का अपमान बताया था। उन्होंने कहा था कि मोदी जिस मीडिया की बदौलत पीएम बने हैं, उसी मीडिया की निष्पक्षता पर सवाल उठा रहे हैं, जो निंदनीय है।