भोपाल। पीएम नरेंद्र मोदी ने आज मध्यप्रदेश के सागर में भाजपा की विशाल जनसभा को संबोधित किया। उम्मीद थी कि वो कांग्रेस के कथित ढाई मुख्यमंत्री (कमलपाथ, ज्योतिरादित्य सिंधिया एवं दिग्विजय सिंह) पर जोरदार हमला करेंगे और भोपाल से भाजपा प्रत्याशी प्रज्ञा सिंह का बचाव भी करेंगे परंतु ऐसा कुछ नहीं हुआ। हालांकि उन्होंने मध्यप्रदेश की कांग्रेस सरकार को आढ़े हाथों लिया परंतु सारे शब्द वही थे जो शिवराज सिंह चौहान सुनाते आ रहे हैं।
कमलनाथ सरकार के बारे में क्या कहा पीएम नरेंद्र मोदी ने
श्री मोदी ने कहा कि मैंने कई सरकारें देखी हैं, लेकिन कभी दो सीएम या पीएम नहीं देखे। मध्यप्रदेश में कांग्रेस की जो सरकार चल रही है, वह ढाई मुख्यमंत्री वाली सरकार है। शासन-प्रशासन भी परेशान है कि किसका आदेश माने। श्री मोदी ने कहा कि जब से यह सरकार आई है, इसने भाजपा सरकार द्वारा शुरू किए गए औद्योगीकरण को बंद करके तबादला उद्योग शुरू कर दिया है। कानून व्यवस्था ध्वस्त हो गई है। सरेआम बच्चों का अपहरण होने लगा है, डकैत फिर से सक्रिय हो गए हैं, बेटियों पर अत्याचार हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि यही कांग्रेस का कुशासन है, पूरी दुनिया में भारत को बदनाम किया है।
कांग्रेस ने सालों पहले गुजरात में लोगों से धोखाधड़ी की। अभी हाल ही में राजस्थान में भी कांग्रेस द्वारा की गई धोखाधड़ी की कोशिश पकड़ी गई है। मध्यप्रदेश में भी कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव के दौरान कर्जमाफी के नाम पर वोट लिए, लेकिन कांग्रेस ने किसानों के साथ धोखा किया, नौजवानों से झूठ बोला। कांग्रेस का मतलब ही झूठ, प्रपंच और धोखा बन गया है। झूठ बोलना इनके स्वभाव में है। ये आपको भी बरगलाने की कोशिश करेंगे, आप सावधान रहें।
पीएम मोदी से क्या छूट गया
चुनाव की शुरूआत में सीएम कमलनाथ के नजदीकियों के यहां पड़े आयकर छापों पर पीएम मोदी ने कुछ नहीं बोला जबकि देश भर में हुईं सभाओं में इन छापों का बार बार जिक्र किया था।
केंद्र की योजनाएं जो मध्यप्रदेश में अटक गईं हैं, उनके बारे में कोई बात नहीं की।
गरीब सवर्णों के 10 प्रतिशत आरक्षण पर कुछ नहीं बोला जबकि मध्यप्रदेश में कमलनाथ सरकार केंद्र की परीक्षाओं के उम्मीदवारों तक को रिजर्वेशन फॉर इकोनॉमिकली वीकर सेक्शन (ईडब्ल्यूएस) सटिर्फिकेट नहीं दे रही है।
अघोषित बिजली कटौती ज्वंलंत मुद्दा है। वोट प्रभावित कर रहा है। जिक्र तक नहीं किया।
दिग्विजय सिंह के 10 साल का कोई जिक्र नहीं किया गया।
दिग्विजय सिंह के जाकिर नाइक कनेक्शन पर कुछ नहीं बोला जबकि सारी भाजपा चीख रही है।
ज्योतिरादित्य सिंधिया पर कोई तंज तक नहीं कसा।
भोपाल से भाजपा प्रत्याशी प्रज्ञा ठाकुर के लिए कुछ नहीं बोला जबकि प्रज्ञा ठाकुर पूरे मध्यप्रदेश में वोट प्रभावित कर रहीं हैं।